प्रोफेसरों की कमी पूरी करने के लिए निकाला रोष मार्च
पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से प्रांतीय कमेटी के आह्वान पर एमआर कालेज फाजिल्का से डीसी कार्यालय तकरोष मार्च निकाला गया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से प्रांतीय कमेटी के आह्वान पर एमआर कालेज फाजिल्का से डीसी कार्यालय तकरोष मार्च निकाला गया। इस मौके कालेजों में आफलाइन कक्षाएं शुरू करवाने, कालेज में प्रोफेसरों की कमी को पूरा करने, जलियांवाला बाग की पहले की तस्वीर बहाल करने, ऐतिहासिक इमारतों को संभालने और विद्यार्थी मांगों को लेकर डीसी फाजिल्का के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पर एक ज्ञापन सौंपा गया।
पीएसयू के नेता धीरज कुमार, जसप्रीत सिंह, प्रवीण कौर व नीरज ने कहा कि केंद्र सरकार की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत दलित व 1.50 लाख तक आमदन वाले जनरल और ओबीसी विद्यार्थियों की फीस माफ है। लेकिन इस स्कीम को नजरअंदाज करते हुए कालेजों द्वारा दलित विद्यार्थियों से पीटीए फंड के रूप में व जनरल, ओबीसी विद्यार्थियों से कई तरह की फीसें व फंड के रूप में पूरी फीस भरवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जो पीटीए फंड शुरू किया गया था, सरकार उसमें से प्रोफेसरों को वेतन दे रही है और अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। पंजाब के सरकारी कालेजों में लेक्चररों की पक्की भर्ती पिछले 25 सालों से बंद है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह पक्की भर्ती शुरू करनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों के सर से पीटीए फंड का बोझ उतर सके। इस मौके नेहा, अनुपमा, परविन्दर व छिदर ने कहा कि कैप्टन सरकार ने सत्ता में आने के लिए हर वर्ग की लड़कियों के लिए पीएचडी तक निशुल्क शिक्षा का वायदा किया था। विधानसभा में संकल्प लेने के बाद भी बात आगे नहीं बढ़ी। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के लिए अपेक्षित बजट पास करके इसको स्कीम के रूप में सुचारू ढंग के साथ लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि उक्त मांगों को जल्द न पूरा किया गया तो पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन आने वाले दिनों में इन मांगों के लिए बड़े स्तर पर संघर्ष शुरु करेगी। इस मौके राज सिंह, गगनदीप कौर, सिमरन, पूजा, अमरजीत सिंह, हीरपाल, सरबजीत कौर, कमलजीत कौर व अन्य उपस्थित रहे।