कारगिल के शहीदों की याद में लगाए पौधे

कारगिल युद्ध में अपनी मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए देश के बहादुर जवानों को याद करते हुए समाजसेवी संस्था सरहदी लोकसेवा समिति की ओर से पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन सरकारी अस्पताल खुइखेड़ा में किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:06 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:06 PM (IST)
कारगिल के शहीदों की याद में लगाए पौधे
कारगिल के शहीदों की याद में लगाए पौधे

संवाद सूत्र, खुईखेड़ा : कारगिल युद्ध में अपनी मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए देश के बहादुर जवानों को याद करते हुए समाजसेवी संस्था सरहदी लोकसेवा समिति की ओर से पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन सरकारी अस्पताल खुइखेड़ा में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एसएमओ डा. रोहित गोयल ने पौधा लगाकर की।

इस मौके अस्पताल के स्टाफ एवं संस्था के सदस्यों ने अस्पताल परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए। संस्था के जिला प्रधान राजेश कसरीजा ने बताया कि संस्था का यह कार्यक्रम एक सप्ताह तक जारी रहेगा। इसमें विभिन्न संस्थानों में पौधा रोपण किया जाएगा। मनीष छाबड़ा ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति अथवा संस्थान को अपने घरों या सार्वजनिक स्थान पर लगाने के लिये पौधे चाहिए तो वह भी संपर्क कर सकता है। इस मौके पर डा. चरण पाल, डा. सक्षम, ब्लाक एजुकेटर सुशील कुमार, लखविन्द्र सिंह, संस्था के फिरोजपुर विभाग प्रमुख मनीष छाबड़ा, जिला प्रधान एडवोकेट राजेश कसरीजा, जिला उपप्रधान प्रिसिपल प्रवीण शर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य मास्टर अनमोल शर्मा, संदीप शर्मा, एडवोकेट पवन कुमार, नरपिन्द्र झींझा व अन्य उपस्थित रहे।

सरकारी नियमों की पालना कर बच्चे आएं स्कूल: छाबड़ा संवाद सूत्र, फाजिल्का : राज्य सरकार द्वारा विद्यार्थी वर्ग को कुछ राहत प्रदान करते हुए स्कूलों को दसवीं से बारहवीं कक्षा तक खोलने की अनुमति प्रदान की है, जिसके तहत आलमशाह रोड पर स्थित शिवालिक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कोविड-19 के नियमों की पालना करते हुए दसवीं से बारहवीं कक्षाओं को शुरू कर दिया गया है।

प्रिसिपल सुनीता छाबड़ा ने कहा कि जो बच्चे अभी भी कोरोना महामारी के भय के कारण स्कूल नहीं आ रहे, वह सरकारी नियमों की पालना करते हुए स्कूल में आकर अपनी शिक्षा को जारी करें ताकि घरों में बैठकर आनलाइन पढ़ाई करते समय किसी भी विषय पर जो मुश्किलें उन्हें आई है, उन्हें अध्यापकों के साथ सांझा कर दूर किया जा सकें।

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