सेहत कर्मियों की हड़ताल से बिना इलाज व दवा के अस्पतालों से लौटे मरीज

सरकारी डाक्टरों व स्टाफ की हड़ताल के कारण सेहत सेवाएं एक बार फिर पटरी से उतर गई हैं। डाक्टरों की एनपीए बहाल करने की मांग के बाद अब सेहत कर्मियों ने भी छठे वेतन आयोग को कर्मियों के लिए नुकसानदायक बताते हुए मुकम्मल रूप से शुक्रवार को हड़ताल रखी जिस कारण लगातार दूसरे दिन भी अस्पताल में आए मरीजों को ना तो दवा दी गई और ही उनकी जांच की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Jul 2021 11:10 PM (IST) Updated:Fri, 09 Jul 2021 11:10 PM (IST)
सेहत कर्मियों की हड़ताल से बिना इलाज व दवा के अस्पतालों से लौटे मरीज
सेहत कर्मियों की हड़ताल से बिना इलाज व दवा के अस्पतालों से लौटे मरीज

संवाद सहयोगी, अबोहर : सरकारी डाक्टरों व स्टाफ की हड़ताल के कारण सेहत सेवाएं एक बार फिर पटरी से उतर गई हैं। डाक्टरों की एनपीए बहाल करने की मांग के बाद अब सेहत कर्मियों ने भी छठे वेतन आयोग को कर्मियों के लिए नुकसानदायक बताते हुए मुकम्मल रूप से शुक्रवार को हड़ताल रखी, जिस कारण लगातार दूसरे दिन भी अस्पताल में आए मरीजों को ना तो दवा दी गई और ही उनकी जांच की गई। सरकारी अस्पताल में रोजना 400 के करीब मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं जिसमें शहर के अलावा आसपास के गांवों के लोग शामिल होते हैं।

सरकारी अस्पताल में आए गांव सप्पांवाली की सुनीता व रेशमा, बहावलबासी की सुरेंद्र कौर व बेअंत सिंह ने बताया कि जून व जुलाई महीने में डाक्टरों की कई बार हड़ताल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि एक दिन वह पहले भी दवा लेने के लिए आए थे, लेकिन तब भी यह ही कहा गया था कि डाक्टरों की हड़ताल है व आज फिर दवा लेने पहुंचे तो पता चला कि डाक्टरों व स्टाफ की हड़ताल है। उन्होंने कहा कि पिछली बार पर्ची दिखाने पर दवा मिल गई थी लेकिन अब तो वह भी नहीं मिल पाई। इसके अलावा खून के टेस्ट समेत सभी तरह का काम काज बंद ही रहा। केवल इमरजेंसी सेवाएं चलती रही।

प्रधान नरैणा राम ने बताया कि ने बताया कि सरकार ने छठे वेतन आयोग के रूप में कर्मियों के साथ धोखा किया है, ऐसे में वह चाहते है कि सरकार वेतन आयोग की सिफारियों को सही ढंग से लागू करें। उधर, डाक्टर पुलकित ठठई ने बताया कि सरकार एनपीए में भी कटौती कर रही है, जिसके चलते उन्हें हड़ताल करने जैसा कदम उठाना पड़ रहा है लेकिन इसके बावजूद सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही जिससे वह संघर्ष को तेज करने जैसा कदम भी उठा सकते हैं।

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