ट्रेनें बंद रहने से लोग महंगा सफर करने को मजबूर
कोरोना महामारी के चलते एक बार फिर से फाजिल्का से चलने वाली लगभग सभी गाड़ियों को बंद कर दिया गया है। केवल एक रेवाड़ी स्पेशल गाड़ी विभाग चलाई जा रही है
संवाद सूत्र, फाजिल्का : कोरोना महामारी के चलते एक बार फिर से फाजिल्का से चलने वाली लगभग सभी गाड़ियों को बंद कर दिया गया है। केवल एक रेवाड़ी स्पेशल गाड़ी विभाग चलाई जा रही है, जिस कारण लोग बसों व प्राइवेट वाहनों के जरिए महंगा सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव व सिद्ध श्री हनुमान मंदिर के चयनित अध्यक्ष आलोक नागपाल ने फाजिल्का से बंद पड़ी रेलगाड़ियां चलाने की मांग की है। फिरोजपुर मंडल के रेलवे प्रबंधक को लिखे पत्र में नागपाल ने कहा कि अन्य स्थानों पर रेलवे बंद पड़ी रेलगाड़ियां चला रहा है, जबकि सीमावर्ती जिला फाजिल्का से अन्य नगरों के लिए चल रही गाड़ियों को भी बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गत कई समय से बसें व निजी वाहन चल रहे हैं, बाजार खुले हैं व अन्य गतिविधियां जारी हैं। लेकिन फाजिल्का से रेलवे ने रेलगाडिय़ां बंद की हुई है। करीब एक माह चलने के बाद रेलवे ने फाजिल्का से नई दिल्ली के लिए चल रही रेलगाड़ी को 29 मई से बंद कर दिया। इसके अतिरिक्त फाजिल्का से बठिडा के मध्य चलने वाली रेलगाड़ी को 28 जून से बंद कर दिया गया है। नागपाल ने बताया कि सैकड़ों यात्री प्रतिदिन फाजिल्का से लाधूका, जलालाबाद, गुरुहरसहाये व फिरोजपुर के लिए जाते व आते हैं उन्हें बसों में महंगा सफर करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। गत वर्ष लाकडाऊन से पूर्व फाजिल्का व फिरोजपुर के मध्य 5 रेलगाडिय़ा चलती थी। इसके अतिरिक्त फाजिल्का से अबोहर, श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ के लिए प्रतिदिन हजारों यात्री आते व जाते हैं, जिन्हें अब निजी बसों पर जाना-आना पड़ता है। उन्होंने रेलवे विभाग को मांग की कि जिला फाजिल्का जंक्शन से चलने वाली रेलगाड़ियों को तुरंत शुरू किया जाए ताकि लोग रेलवे की सस्ती व सुलभ यात्रा का लाभ ले सकें।