मंडी में धान आनी शुरू, नमी अधिक होने के चलते नहीं हुई खरीद

किसान कृषि कानून को रद करवाने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहा है वहीं इसी बीच सरकार ने 27 सितंबर से धान की खरीद शुरू कर दी है। फाजिल्का की अनाज मंडी में अभी तक केवल एक से दो ढेरी धान ही मंडियों में पहुंची है जबकि दूसरे दिन भी धान में नमी अधिक होने के चलते सरकारी खरीद नहीं की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:50 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 09:50 PM (IST)
मंडी में धान आनी शुरू, नमी अधिक होने के चलते नहीं हुई खरीद
मंडी में धान आनी शुरू, नमी अधिक होने के चलते नहीं हुई खरीद

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : किसान कृषि कानून को रद करवाने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहा है वहीं इसी बीच सरकार ने 27 सितंबर से धान की खरीद शुरू कर दी है। फाजिल्का की अनाज मंडी में अभी तक केवल एक से दो ढेरी धान ही मंडियों में पहुंची है, जबकि दूसरे दिन भी धान में नमी अधिक होने के चलते सरकारी खरीद नहीं की गई। भले ही अभी मंडियों में पूरी लेबर नहीं पहुंची और ना ही किसान पहुंचा है। सरकारी खरीद शुरू होने के बावजूद भी अभी मंडी में पानी व शौचालयों की पूरी व्यवस्था नजर नहीं आ रही।

फाजिल्का जिले की बात करें तो यहां एक लाख 20 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की फसल बिजी गई है। जबकि इस साल बारिश अधिक होने और मौसम भी ठीक रहने के चलते फसल काफी अच्छी होने की उम्मीद है। जिला प्रशासन के अनुसार पिछले साल फाजिल्का जिले की मंडियों में 1 लाख 20 हजार मीट्रिक धान की खरीद हुई थी। जबकि इस बार पैदावार अच्छी होने के चलते 1 लाख 23 हजार से अधिक मीट्रिक टन धान आने की उम्मीद है। सोमवार को फाजिल्का की अनाज मंडी का दौरा किया गया तो यहां एक ढेरी धान की दिखाई दी। लेकिन उसमें अधिक मात्रा में नमी होने के चलते खरीद नहीं की गई। इसके अलावा अभी प्राइवेट व्यापारियों ने भी खरीद शुरू नहीं की। सड़कों के चलते नहीं होना पड़ेगा परेशान

भले ही अभी मंडी में कुछ कार्य होने शेष हैं, लेकिन एक राहत की बात यह है कि इस बार किसानों को मंडी में टूटी सड़कों से गुजरना नहीं पड़ेगा। मंडी की लगभग सभी टूटी सड़कों को नया बना दिया गया है। अभी धान की फसल मंडी में नहीं आई, जिसके चलते बाकी बचा कार्य भी जल्द पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा मंडी के शेडों की मरमम्त का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।

शौचालय टूटे, पानी की नहीं निकासी

फाजिल्का की अनाज मंडी की बात करें तो मुख्य सड़क पर भले ही पूरी सफाई है। लेकिन जहां शौचालय टूटे हुए हैं, वहां गंदगी की भरमार है। इसके अलावा अभी भी मजदूर वहां जाने को मजबूर हैं। वहीं मंडी कार्यालय के निकट बना शौचालय भी टूटा हुआ है, जिसके आगे काफी मात्रा में पानी जमा है। हालांकि दो नंबर मंडी में बने शौचालय ठीक हैं, लेकिन कार्यालय के निकट अभी ना तो शौचालय की व्यवस्था है और ना पानी की। कोरोना से बचाव की तैयारी भी

कोरोना वायरस महामारी से बचाव को लेकर मंडी में प्रबंधों की रूप रेखा तैयार की गई है। जिसके तहत पिछले साल 31 खरीद केन्द्रों में धान की खरीद हुई थी। जबकि इस बार 91 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। ताकि में भीड़ कम की जा सके। वहीं इस बार 45 आरजी रॉयस मिल और मंडी यार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा डिप्टी कमिश्नर ने खरीद एजेंसियां पनग्रेन, मार्कफेड, पनसप, स्टेट वेयर हाऊस, पंजाब एग्रो और एफसीआई के अधिकारियों को जिले की समूह अनाज मंडियों, फोकल प्वाइंटों और खरीद केन्द्रों पर किसानों की सुविधा के लिए पीने वाले पानी, मंडियों के फड़ों की साफ-सफाई, बिजली और छाया आदि के जरुरी प्रबंध करने के आदेश दिए हैं। लेबर आते ही होंगे पूरे प्रबंध

जब मार्केट कमेटी सचिव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी में अभी किसान धान की फसल लेकर नहीं पहुंच रहे। जो एक दो ढेरी आई है, उसकी खरीद नमी की मात्रा जांचने के बाद होगी। उन्होंने कहा कि लेबर आते ही मंडी में सफाई, पीने के पानी और शौचालय के पूरे प्रबंध कर दिए जाएंगे। इसके लिए बकायदा ड्यूटियां भी लगा दी गई हैं। मंडी में चार से छह जगहों पर पीने के पानी की व्यवस्था होगी। इसके अलावा शौचालयों का प्रंबंध भी होगा। उन्होंने कहा कि फसल आने में अभी कुछ समय लग सकता है।

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