सत्ता में आने से पहले किए वादे पूरे करे सरकार : अमृतपाल
पछले 15 दिन से अपनी सेवाएं पंचायत विभाग में रेगुलर करवाने के लिए धरने पर बैठे मनरेगा मुलाजिमों का संघर्ष लगातार जारी है। कर्मचारियों ने सोमवार को धरना देते हुए पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं मनरेगा के तहत होने वाले हर तरह के विकास कार्य बंद पड़े हैं।
संवाद सूत्र, जलालाबाद : पिछले 15 दिन से अपनी सेवाएं पंचायत विभाग में रेगुलर करवाने के लिए धरने पर बैठे मनरेगा मुलाजिमों का संघर्ष लगातार जारी है। कर्मचारियों ने सोमवार को धरना देते हुए पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं मनरेगा के तहत होने वाले हर तरह के विकास कार्य बंद पड़े हैं।
यूनियन के प्रांतीय महासचिव अमृतपाल सिंह व ब्लाक प्रधान बलदेव सिंह ने कहा कि पिछले दिन जिला योजना बोर्ड बठिडा के चेयरमैन की ताजपोशी के मौके पर मनप्रीत बादल से अपनी मांगों के बारे में सवाल पूछने पहुंचे ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के नेताओं के साथ पुलिस ने खींचतान की। जबरदस्ती घसीटकर थाने में बंद कर दिया गया। इसकी यूनियन सख्त शब्दों में निदा करती है। उन्होंने बताया कि कैप्टन सरकार घर-घर नौकरियां देने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने का वादा करके सत्ता में आई थी। आज सरकार दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए योजना तो बनाने में लगी है, लेकिन पिछले 10-15 साल से कम वेतन पर कच्चे पद पर काम कर रहे कर्मचारियों का मामला हल करना तो दूर मीटिग तक नहीं कर रही। साढ़े चार साल से कैबिनेट सब कमेटी बनाकर सरकार ठेका कर्मचारियों को रेगुलर करने का भरोसा देती आ रही है। जिन कर्मचारियों को रेगुलर करना है, उनके साथ अभी तक एक भी मीटिग नहीं की गई। पिछले दिनों पंजाब के तीन मंत्रियों के घर के आगे ठेका कर्मचारियों द्वारा दिन- रात के धरने दिए गए थे। इसके बावजूद उनकी मांगों संबंधी विश्वास देने के बाद हल नहीं किया जा रहा। इसके चलते कर्मचारियों ने संघर्ष जारी रखने का फैसला लिया। इस मौके पर सुरिदर सिंह, जतिदर सिंह, जसवीर, अखिल, भूपिदर कौर, शीतल कंबोज, पूजा रानी, अविनाश रानी, दलीप, प्रदीप आदि मौजूद रहे।