गंदे पानी की निकासी के लिए पुख्ता प्रबंध करने के दिए आदेश
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से गठित निगराण कमेटी की ओर से मंगलवार को फाजिल्का जिले के शहरों के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का दौरा किया गया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से गठित निगराण कमेटी की ओर से मंगलवार को फाजिल्का जिले के शहरों के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का दौरा किया गया। टीम का नेतृत्व कमेटी के चेयरमैन जस्टिस जसबीर सिंह रिटायर्ड जज पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट कर रहे हैं, जबकि कमेटी में एससी अग्रवाल रिटायर्ड मुख्य सचिव हरियाणा, संत बलबीर सिंह सीचेवाल और तकनीकी विशेषज्ञ डा. बाबू राम शामिल हैं।
जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि जिले ने दिए गए लक्ष्य की पूर्ति के लिए अच्छी प्रगति दिखाई है और जिले को जो लक्ष्य दिए गए थे, उनको अगले साल तक पूरे कर लिए जाने की उम्मीद है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गंदे पानी के निवारण करने के लिए जो गाइडलाइन हैं उनकी पालना जरूर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई शहर हिदायतों की पालना नहीं करता तो उसकी नगर कौंसिल को जुर्माना भी भरना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पांच जिलों के गंदे पानी की निकासी के साथ संबंधित एक केस के तहत इस इस निगराण कमेटी द्वारा चेकिग की जा रही है। इन पांच जिलों में एनजीटी के दखल के बाद लगभग एक दर्जन एसटीपी बन रहे हैं या बनकर तैयार हो गए हैं। उन्होंने क्षेत्र निवासियों को भी अपील की कि वातावरण की संभाल के लिए हर नागरिक सतर्क हो। एससी अग्रवाल ने कहा कि हर गांव व शहर में ऐसा जल स्त्रोत विकसित किया जाए या पहले से उपलब्ध जल स्त्रोत को संभाला जाए, जहां बारिश का पानी स्टोर हो सके। इस मौके डिप्टी कमिश्नर अरविन्द पाल सिंह संधू ने निगराण कमेटी को भरोसा दिया कि एनजीटी की हिदायतें को लागू किया जाएगा। इस मौके अबोहर के तहसीलदार जसपाल सिंह बराड़, डीडीपीओ सुखपाल सिंह, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के निगराण इंजीनियर राजीव गोयल, कार्यकारी इंजीनियर रमनदीप सिंह, नगर निगम अबोहर के एसई संदीप गुप्ता, अशोक मैनी एसडीओ सीवरेज बोर्ड आदि भी उपस्थित थे।
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जल्द दोनों प्रोजेक्ट पूरे करने के आदेश
मंडी अरनीवाला के दौरे के दौरान कार्यकारी अधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि यहां दो एमएलडी के नए एसअपी के लिए टेंडर लग गए हैं और जल्द गंदा पानी साफ होने लगेगा। फिलहाल यहां भादसों माडल के साथ गंदे पानी को साफ किया जाता है। कमेटी ने यहां वर्तमान जल भंडार स्त्रोत को संभालने के लिए भी कहा। टीम ने फाजिल्का के आठ एमएलडी के पुराने चल रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और 13 एमएलडी के नए बन रहे एसटीपी का भी दौरा किया।निगराण कमेटी ने अधिकारियों को हिदायत की कि यह प्रोजेक्ट तय समय में पूरा किया जाए और बिजली के कुनैक्शन या सीवर लाइन जोड़ने जैसे काम भी निर्माण कार्यो के दौरान ही पूरे कर लिए जाएं।