ओपन ओपीडी लगा डाक्टरों ने बिना पर्ची की मरीजों की जांच
डाक्टरों की ओर से सरकार के खिलाफ रोष जताने के लिए सरकारी अस्पताल में ओपन ओपीडी लगाई जा रही है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : डाक्टरों की ओर से सरकार के खिलाफ रोष जताने के लिए सरकारी अस्पताल में ओपन ओपीडी लगाई जा रही है। एक सप्ताह से परेशान मरीजों की मुश्किलों को देखते हुए भले ही मरीजों की जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन सरकारी अस्पताल में फीस के रूप में काटी जाने वाली पर्ची पिछले आठ दिन से बंद है। फाजिल्का में शुक्रवार को दूसरे दिन भी डाक्टरों ने अस्पताल के बाहर बैंच लगाकर ओपन ओपीडी के जरिए करीब 250 मरीजों की बिना पर्ची के जांच की और यूनियन की पर्ची पर दवा लिखकर दी।
इस मौके एसएमओ डा. सुधीर पाठक ने कहा कि छठे वेतन आयोग द्वारा सरकारी डाक्टरों को दिए जाने वाले एनपीए को कम कर दिया गया है और इसे बेसिक पे से भी डीलिक कर दिया गया हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा किया जाए।
वहीं, सरकारी नियमों के अनुसार अस्पताल में बनी लैब में उनका ही टेस्ट किया जाता है, जिसकी पर्ची ओपीडी से सरकारी फीस देकर कटी हो, लेकिन डाक्टरों के संघर्ष के चलते ओपीडी की पर्ची नहीं काटी जा रही, जिसके चलते कई मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों का टेस्ट तो किया जा रहा है। लेकिन नए मरीजों के पास सरकारी पर्ची ना होने के कारण उनके टेस्ट नहीं हो रहे। गांव मुंबेकी से पहुंचे जुगराज सिंह ने बताया कि वह सरकारी अस्पताल में रक्त की जांच करवाने के लिए पहुंचा था। लेकिन यहां आकर उसे ओपीडी के बंद होने के बारे में पता चला, जिस कारण अब उसे प्राइवेट लैब से रक्त की जांच करवानी पड़ेगी।