भारत बंद में कारोबारियों का नहीं मिला सहयोग
किसान संगठनों की काल पर प्रदेश के हर कोने में हड़ताल का असर दिखाई देता आ रहा है लेकिन जीएसटी की खामियों ईवे बिल और पैट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को लेकर कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) की भारत बंद काल का असर फिरोजपुर में दिखाई नहीं दिया।
हाईलाइट्स
- खुले रहे बाजार, सड़कों पर दौड़ती रही रोडवेज व प्राइवेट बसें
- किसान संगठनों की काल पर हर कोने में दिखा था हड़ताल का असर
संवाद सहयोगी,फिरोजपुर : किसान संगठनों की काल पर प्रदेश के हर कोने में हड़ताल का असर दिखाई देता आ रहा है, लेकिन जीएसटी की खामियों, ईवे बिल और पैट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को लेकर कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) की भारत बंद काल का असर फिरोजपुर में दिखाई नहीं दिया। हड़ताल को लेकर फिरोजपुर के कारोबारियों का संगठन को सहयोग नहीं मिल पाया।
शुक्रवार को जहां बाजार खुले रहे, वहीं रोडवेज व प्राइवेट बसें भी चलती रहीं। प्राइवेट सेक्टर की होने वाली इस हड़ताल में संगठन को निजी कंपनियों के लोगों का साथ भी नही मिल पाया। रोडवेज के जीएम सुभाष चंद्र ने कहा कि प्राइवेट स्तर पर हड़ताल होने के कारण सरकार की तरफ से उन्हें बसें बंद करने का कोई आदेश नहीं था। इसी दुकानदार संजीव कुमार, रवि मोंगा, विकास, सुधीर कुमार का कहना था कि भले ही ये हड़ताल केंद्र सरकार के खिलाफ थी। लेकिन पहले ही उनका कारोबार कोरोना के कारण बुरी तरह प्रभावित हो चुका है वे हड़तालों से तंग आ चुके हैं। केंद्र सरकार की तीन कृषि बिलों को लेकर किसानों का आंदोलन पहले ही कारोबार के ठप्प होने का कारण बन चुका है।
दूसरी ओर व्यापारी संगठन के नेताओं का कहना था कि जो हड़ताल उन्होंने की है वे कारोबारियों के साथ साथ आमजन के लिए भी है। लेकिन फिरोजपुर के लोगों ने उन्हें सहयोग नही दिया।