वेतन के लिए निगम के सफाई कर्मियों ने शुरू की हड़ताल

नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर नगर निगम के बाहर हड़ताल शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 03:39 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:01 PM (IST)
वेतन के लिए निगम के सफाई कर्मियों ने शुरू की हड़ताल
वेतन के लिए निगम के सफाई कर्मियों ने शुरू की हड़ताल

संवाद सहयोगी, अबोहर : नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर नगर निगम के बाहर हड़ताल शुरू कर दी है। इस मौके पर सफाई सेवक यूनियन संघर्ष कमेटी के पांच सदस्य सुनील भगानिया, मुकेश सोनी, सुरेश भुंबक, मुरारी लाल व मोजी राम ने बताया कि उनका करीब छह महीने का वेतन बकाया है।

उन्होंने बताया कि 135 रेगुलर सफाई कर्मियों का मई 2021 से सितंबर महीने का वेतन बकाया है, जबकि अक्टूबर महीना आधा बीत चुका है। उन्होंने बताया कि वेतन न मिलने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि वाल्मीकि जयंती व त्योहारी सीजन चल रहा है। ऐसे में बिना पैसे के वह त्योहार कैसे मनाए यह सब समझ से परे हैं। इसके अलावा निगम की ओर से उनकी वर्ष 2019 अक्टूबर माह में लगाए गए 20 दिन के धरने के चलते उनकी एक माह की तनख्वाह काट ली गई है, जबकि उन्होंने धरने के दिनों की पूर्ति के लिए करीब सवा महीना सर्दी के दिनों में रात्रि के समय अतिरिक्त सफाई कार्य किया। उन्होंनें चेतावनी दी कि अगर सोमवार तक उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो गांधी जयंती पर उन्हें मिले प्रशंसा पत्रों को लौटाने के अलावा संघर्ष को तेज किया जाएगा। दो पार्षदों ने किया सफाई कर्मियों का समर्थन

सफाई सेवकों द्वारा लगाए जा रहे धरने में निगम के मौजूदा पार्षद व वाल्मीकि समाज से जुडे ओम प्रकाश ढिलोढ व राज कुमार टांक ने भी सफाई सेवकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि निगम कमिश्नर इन सफाई सेवकों की मांगों को अनदेखा कर रहे हैं, जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर वाल्मीकि जयंती से पहले निगम कर्मचारियों की तनख्वाह जारी न हुई तो निगम कमिश्नर के खिलाफ संघर्ष को तेज किया जाएगा।

सफाई कर्मियों का वेतन जारी करे निगम : विधायक नारंग संस, अबोहर : नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की ओर से छह माह के वेतन की मांग को लेकर लगाए जा रहे धरने का समर्थन करते हुए विधायक अरूण नारंग ने कहा कि शहर में नगर निगम बनने का किसी को कोई फायदा नहीं है बल्कि निगम बनने से शहरवासियों पर बोझ ही बढ़ा है। क्योंकि शहरवासियों पर निगम द्वारा प्रापर्टी टैक्स तथा नक्शा पास टैक्स आदि में इतनी बढोतरी कर दी गई है कि आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ काफी बढ़ गया है।

विधायक नारंग ने कहा कि नगर निगम ने कुछ दिन पहले बैठक कर शहर के विकास के लिए करीब 100 करोड़ रुपये के बजट को पास तो किया लेकिन उन्हें शहर की सफाई व्यवस्था सुचारू करने वाले इन सफाई दूतों की तनख्वाह का ख्याल नहीं आया। उन्होंने कहा कि शहर के कांग्रेसी नेता आए दिन स्वच्छ अबोहर का राग अलापते हैं और स्वच्छता के दावे करते हैं, लेकिन उन्हें सफाई करने वाले इन सफाई सेवकों की बिल्कुल परवाह नही है। आगामी दिनों में भगवान वाल्मीकि जयंती और दीपावली पर्व आ रहे हैं जो कि इनके लिए भी बेहद महत्व रखते हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों का अपनी मेहनत की कमाई के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है, जो कि निगम के लिए बेहद शर्मनाक है। उन्होंने निगम अधिकारियों से शीघ्र सफाई सेवकों का वेतन जारी करने की मांग की।

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