मंत्रिमंडल की रेस से बाहर हुए विधायक घुबाया व आवला

पंजाब में नए मुख्यमंत्री बनने के साथ ही नई कैबिनेट के चयन को लेकर कई तरह के कयास लगा जा रहे थे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 10:07 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 10:07 PM (IST)
मंत्रिमंडल की रेस से बाहर हुए विधायक घुबाया व आवला
मंत्रिमंडल की रेस से बाहर हुए विधायक घुबाया व आवला

संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब में नए मुख्यमंत्री बनने के साथ ही नई कैबिनेट के चयन को लेकर कई तरह के कयास लगा जा रहे थे। हर जिले की तरह फाजिल्का जिले के दो विधायकों जलालाबाद से रमिदर आवला व फाजिल्का से दविद्र सिंह घुबाया को कैबिनेट में शामिल करने की मांग उनके समर्थकों द्वारा की जा रही थी, लेकिन लंबी माथापच्ची के बाद अब पंजाब सरकार द्वारा नई कैबिनेट की घोषणा कर दी गई है। हालांकि नई कैबिनेट की रेस में दोनों विधायक ही पिछड़ गए।

फाजिल्का जिले में तीन विधानसभा हलकों में कांग्रेस के विधायक शामिल हैं, जिनमें फाजिल्का से विधायक दविद्र सिंह घुबाया, जलालाबाद से विधायक रमिदर आवला व बल्लूआना से विधायक नत्थू राम। हालांकि कैबिनेट में शामिल करने की सबसे ज्यादा मांग युवा विधायक दविद्र घुबाया व जलालाबाद के विधायक रमिदर आवला की ही उठ रही थी। क्योंकि विधायक दविद्र घुबाया जहां युवा हैं और उन्होंने अपने पहले ही चुनाव में पंजाब के सेहतमंत्री रहे सुरजीत कुमार ज्याणी को हराया। वहीं उनके पिता शेर सिंह घुबाया ने भी बड़े बड़े दिग्गजों को हराया है, जिससे क्यास लगाए जा रहे थे कि इन सबका फायदा विधायक दविद्र घुबाया को मिलेगा। वहीं विधायक रमिदर आवला ने भी सुखबीर सिंह बादल के जलालाबाद में शिअद के गढ़ को तोड़ने में अहम भूमिका निभाई और दो साल के भीतर ही उन्होंने लोगों के दिलों में अनोखी छाप छोड़ी है। ऐसे में दोनों विधायकों के समर्थक किसी एक को कैबिनेट में शामिल करने की मांग कर रहे थे। हालांकि नई कैबिनेट में दोनों को मौका नहीं मिला। लेकिन समर्थकों ने पार्टी के इस फैसले को मान्य बताया। उन्होंने कहा कि दोनों विधायक व पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता हर समय पार्टी के लिए वफादारी से कार्य करेंगे और आने वाले चुनाव में भी कांग्रेस की सीटों पर भारी जीत हासिल करेंगे।

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