मिड-डे मील वर्करों ने की वेतन बढ़ोतरी की मांग

मिड-डे मील वर्कर यूनियन चंडालिया ग्रुप की बैठक रविवार को नेहरू पार्क में जिला प्रधान संतरों देवी की अगुआई में हुई जिसमें वर्करों की मांगों को लेकर विचार विमर्श किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 05:16 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 05:16 PM (IST)
मिड-डे मील वर्करों ने की वेतन बढ़ोतरी की मांग
मिड-डे मील वर्करों ने की वेतन बढ़ोतरी की मांग

संस, अबोहर : मिड-डे मील वर्कर यूनियन चंडालिया ग्रुप की बैठक रविवार को नेहरू पार्क में जिला प्रधान संतरों देवी की अगुआई में हुई, जिसमें वर्करों की मांगों को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिला प्रधान संतरो देवी ने कहा कि मिड-डे मील वर्कर सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए खाना बनाने का काम करते हैं लेकिन उन्हें जहां मात्र 17 सौ रुपये प्रति महीना ही वेतन दिया जा रहा है, जबकि सरकार ने वादा किया था कि उनका वेतन तीन हजार कर दिया जाएगा जो अभी तक नहीं किया गया। इतना ही नहीं उन्हें वेतन भी साल में 12 महीने की बजाय 10 महीने का ही दिया जाता है जोकि उनका सरासर शोषण है। उन्होंने सरकार से मांग की कि मिड-डे मील वर्करों का वेतन कम से कम 10 हजार रुपये किया जाए।

इस मौके पर राजावाली की मिडडे मील वर्कर इंद्रा देवी व मनजीत कौर ने कहा कि मिड-डे मील वर्करों की कई कई यूनियनें बना ली गई है व अलग अलग यूनियनों द्वारा वर्करों की अनपढ़ता का फायदा हुए उनसे फंड के नाम पैसे वसूल कर लिए जाते हैं व कहा जाता है कि उनका वेतन बढ़वाया जाएगा लेकिन वेतन तो बढ़ता नहीं जबकि प्रधानों द्वारा वर्करों से 200-200 रुपये वसूल कर लिये जाते है, जबकि वर्करों की गिनती अबोहर तहसील में सैंकडों में है। प्रधान संतरो देवी ने कहा कि उनकी यूनियन की ओर से साल में एक बार दो सौ रुपये मेंबरशिप शुरू की गई है जो वर्कर से ली जाती है और यह पैसे यूनियन के प्रांतीय पाधिकारी को दिए जाते हैं।

chat bot
आपका साथी