मनरेगा कर्मियों ने डीसी दफ्तर के बाहर दिया धरना
पिछले दिनों मनरेगा कर्मचारियों का खत्म हुआ संघर्ष एक बार फिर से शुरू हो चुका है। पहले जहां संघर्ष यूनियन के महासचिव को बहाल करवाने के लिए किया गया था जबकि अब यह संघर्ष यूनियन के प्रधान को डयूटी पर हाजिर करवाने के लिए किया जा रहा है। जिसके तहत मनरेगा कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : पिछले दिनों मनरेगा कर्मचारियों का खत्म हुआ संघर्ष एक बार फिर से शुरू हो चुका है। पहले जहां संघर्ष यूनियन के महासचिव को बहाल करवाने के लिए किया गया था, जबकि अब यह संघर्ष यूनियन के प्रधान को डयूटी पर हाजिर करवाने के लिए किया जा रहा है। जिसके तहत मनरेगा कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया।
प्रांतीय प्रधान वरिंदर सिंह, ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के गुरविंदर सिंह ने कहा कि नरेगा कर्मचारी यूनियन फाजिल्का की ओर से अपने वेतन में हेड क्वार्टर मोहाली के नोटिफिकेशन अनुसार किए जाने वाला वार्षिक 10 प्रतिशत विस्तार करवाने के लिए जो पिछले दिनों संघर्ष किया गया था। उसका नेतृत्व करने वाले कर्मचारी यूनियन पंजाब के महासचिव अमृतपाल सिंह को छुट्टी लेकर किसान धरने में हिस्सा लेने का बहाना बनाकर और जिला प्रधान सन्नि कुमार को लगातार ड्यूटी से गैरहाजिर रहने का बाहाना बनाकर जिला प्रशासन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद अमृतपाल सिंह को कुछ दिनों में ही ज्वाइन करवा लिया गया था। लेकिन यूनियन के प्रधान सन्नी कुमार को कहा जा रहा है कि अगर उसने नौकरी करनी है तो यह लिखकर देना होगा कि वह भविष्य में किसी भी धरने का हिस्सा नहीं बनेगा। अगर रैली या धरने में हिस्सा लिया तो उसे बिना किसी नोटिस से नौकरी से निकाला जा सकता है। प्रांतीय प्रधान वरिंदर सिंह ने कहा कि वह सन्नी कुमार को कांट्रेक्ट में दर्ज पुरानी शर्तों पर ही बहाल करवाने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने ऐलान किया यदि सन्नी कुमार को जल्द ज्वाइन नहीं करवाया जाता, तो आने वाले दिनों में पंजाब स्तर पर मनरेगा के काम ठप्प करके फाजिल्का डीसी कार्यालय के आगे धरना दिया गया। इस मौके सुनील कुमार, संयुक्त मोर्चा हरबंस सिंह, अजीत सिंह, दविदर सिंह गिल, अनिल कुमार सरपंच, विक्रम झींझा, राकेश सहारण, बलजीत सिंह तरनतारन, संदीप सिंह लुधियाना, गुरदीप दास बरनाला, बेअंत सिंह, हरविंदर हैप्पी मुक्तसर व अन्य उपस्थित हुए।