जलालाबाद से दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं हंसराज जोसन

जलालाबाद से दो बार विधायक रहे पूर्व मंत्री हंसराज जोसन ने कांग्रेस का दामन छोड़कर शिअद का हाथ पकड़ राजनीतिक समीकरण को बदल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 10:47 PM (IST)
जलालाबाद से दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं हंसराज जोसन
जलालाबाद से दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं हंसराज जोसन

रवि वाट्स, जलालाबाद (फाजिल्का) : जलालाबाद से दो बार विधायक रहे पूर्व मंत्री हंसराज जोसन ने कांग्रेस का दामन छोड़कर शिअद का हाथ पकड़ राजनीतिक समीकरण को बदल दिया है। हालांकि शिअद की ओर से अभी केवल हंसराज जोसन को शिअद में आते ही पार्टी के महासचिव का पद दिया गया है, लेकिन अगर आने वाले समय में उन्हें जिला फाजिल्का की किसी भी विधानसभा सीट से टिकट मिलती है, तो वह राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।

हसंराज जोसन कांग्रेस पार्टी के साथ शुरू से ही जुड़े हुए हैं। साल 1992 व साल 2002 में हंसराज जोसन ने कांग्रेस की टिकट पर जलालाबाद से चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर जलालाबाद में अपनी एक अलग से जगह बनाई। इसके अलावा उन्होंने जंगलात विभाग के मंत्री का पद भी दिया गया। कंबोज बिरादरी से संबंधित हंसराज जोसन का वोट बैंक भी काफी अच्छा है, क्योंकि फाजिल्का जिले की चारों विधानसभा सीटों में कंबोज बिरादरी के लोग रहते हैं। जलालाबाद में जब उप चुनाव होने वाले थे तो हंसराज जोसन का नाम भी लगातार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए सामने आ रहा था। लेकिन पार्टी ने रमिदर आवला को टिकट सौंपी, जोकि भारी मतों से विजयी हुए, जिसके बाद पार्टी हाईकमान ने हंसराज जोसन को जिला प्लानिग बोर्ड चेयरमैन का पद सौंपा। लेकिन हंसराज जोसन ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया कि पार्टी ने उनको मान सम्मान नहीं दिया। वहीं शिअद में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगाते हुए वह बुधवार को अकाली दल में शामिल हो गए। भले ही शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने हंसराज जोसन को लेकर कोई बड़ा ऐलान नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि वह चुनाव को लेकर तैयार रहें, जिस कारण अभी से ही राजनीतिक समीकरण बदलने के आसार पैदा हो गए हैं।

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