अबोहर में ओलावृष्ठि से नरमे व किन्नू को हुआ नुकसान
अबोहर के कई गांवों में शनिवार रात हुई ओलावृष्टि से नरमे की फसल व किन्नू को नुकसान हुआ है जिसको लेकर किसानों ने मुआवजे की मांग की है।
राज नरूला, अबोहर : अबोहर के कई गांवों में शनिवार रात हुई ओलावृष्टि से नरमे की फसल व किन्नू को नुकसान हुआ है, जिसको लेकर किसानों ने मुआवजे की मांग की है। अबोहर के गांव तुता, पंजावा, उसमान खेड़ा व कटैहड़ा इत्यादि गांवों में शनिवार को हल्की से भारी ओलावृष्टि हुई है।
किसान रणजीत सिंह, दर्शन सिंह, सुखजीत सिंह व सुखमंदर सिंह व गुरसेवक सिंह व प्रवीण ने बताया कि ओलावृष्टि से नरमे की खिली फसल को नुकसान हुआ है। इससे पहले भी भारी बारिश होने के कारण फसलों को नुकसान हो चुका है। किसानों ने बताया कि डीजल, खाद व स्प्रे के दाम इतने बढ़ चुके हैं, जिससे फसल के खर्च बढ़ गए है। अब जब फसल तैयार है व मंडी में बेचने की बारी आई है तो कुदरत की मार पड़ रही है। उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि से जहां नरमे व कपास की फसल को नुकसान हुआ है, वहीं किन्नू के बागों को भी नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि पहले ही इस बार फसल कम है व उपर से कुदरत की मार पड़ रही है। इसके अलावा किन्नू के दाम भी पूरे नहीं मिल रहे। इसके अलावा सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है। उधर, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के जिला प्रधान गुणवंत सिंह ने पंजाब सरकार से मांग की है ओलावृष्टि व बारिश से खराब होने वाली फसलों का तुरंत मुआवजा जारी किया जाए।
नहीं मिल रहे नरमा की चुगाई करने वाले मजदूर
किसानों ने बताया कि नरमे की चुगाई के लिए मजदूरों की कमी पाई जा रही है क्योंकि अधिकतर लोग राजस्थान में नरमे की चुगाई के लिए गए हुए हैं। उन्होने बताया कि चुगारे न मिलने के कारण नरमे की चुगाई लेट हो रही है लेकिन उपर से अब मौसम किसानों के साथ धोखा कर रहा है।