सरकारी अस्पताल में कोरोना सैंपलिंग के लिए टूट रही गाइडलाइंस
बेशक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को कोरोना के बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रखने का पाठ पढ़ाते हो लेकिन खुद सरकारी अस्पताल में इन नियमों का पालन नहीं हो रहा।
संवाद सहयोगी, अबोहर : बेशक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को कोरोना के बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रखने का पाठ पढ़ाते हो लेकिन खुद सरकारी अस्पताल में इन नियमों का पालन नहीं हो रहा। सरकारी अस्पताल में रोजाना सैकडों की गिनती में जहां कोरोना की सैंपलिग की जा रही है वहीं अब संकडों की गिनती में लोगों को कोरोना वैक्सीन भी लगाई जा रही ह।ै यह दोनों काम एक ही मंजिल पर किए जा रहे हैं हालांकि दोनों कामों के लिए कमरे अलग अलग हैं लेकिन प्रांगण एक ही है। उधर, अस्पताल के स्टाफ की ओर से घंटे लगातार अब वैक्सीन लगाई जा रही है व सैंपलिग की जा रही है।
शनिवार को अस्पताल में जहां 390 लोगों की सैंपलिग की गई वहीं 370 लोगों को कोरोना के बचाव के लिए वैक्सीन भी लगाई गई। नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्ट करतार सिंह ने अपने स्टाफ के साथ पहुंच कर वैक्सीन लगवाई। उन्होंने बताया कि निगम के करीब 100 के करीब कर्मियों को वैक्सीन लगवाई गई है। उधर, आर्मी की भर्ती के मद्देनजर काफी संख्या में युवा कोरोना का टेस्ट करवाने पहुंच रहे है जिसके चलते तीन चार दिन से सैंपलिग करवाने वालों की भीड़ उमड रही है। सरकारी अस्पताल के एसएमओ डा. गगनदीप सिंह ने कहा कि सैंपलिग व वैक्सीन का काम एक साथ चल रहा है जिसके चलते अस्पताल में ज्यादा भीड़ हो रही है उन्होंने कहा कि वह तो लोगों को समझाते हैं कि लोग मास्क पहन कर ही अस्पताल में आए व एक दूसरे से दूरी बनाकर रखे लेकिन लोग है कि मानते ही नहीं। उन्होंने कहा कि अब वह इसके लिए पुलिस कर्मियों की सहायता लेंगे। मोहल्ले में स्थित डिस्पेंसिरयों में लगे वैक्सीन: राजू चराया
नर सेवा नारायण सेवा समिति के प्रधान राजू चराया ने मांग की है कि वैक्सीन का कार्य शहर के मोहल्ले में स्थित सरकारी डिस्पेंसरियों में कर दिया जाना चाहिए ताकि भीड़ भी एकत्रित न हो व लोग आराम से वैकसीन भी लगवा सके। किरियाणा, सब्जी व फल विक्रेताओं को लगे कोरोना वैक्सीन: प्रदीप गर्ग
समाजसेवी प्रदीप गर्ग ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से यह भी मांग की है कि कोरोना की वैक्सीन जहां सभी किरियाणा विक्रेताओ को पहल के आधार पर लगानी चाहिए क्योंकि उनका सीधा संपर्क लोगों से रहता है। इसके अलावा यह वैक्सीन फल व सब्जियों विक्रेताओं खासकर रेहडियों को भी पहल के आधार पर लगानी जरुरी है क्योंकि इनमे से अधिकतर विक्रेता नियमों का पालन नहीं करते जबकि इनका भी सीधा संपर्क लोगों से होता है ।