सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाला झंडा मार्च

सफाई कर्मचारियों की ओर से शुक्रवार को सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए गेट रैली करने के बाद बाबा भीमराव आंबेडकर चौक के निकट झंडा मार्च निकाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 04:59 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 10:11 PM (IST)
सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाला झंडा मार्च
सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाला झंडा मार्च

संवाद सहयोगी, अबोहर : सफाई कर्मचारियों की ओर से शुक्रवार को सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए गेट रैली करने के बाद बाबा भीमराव आंबेडकर चौक के निकट झंडा मार्च निकाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर चेयरमैन ओम प्रकाश ढिलोढ व अन्य वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों व काले कानूनों के खिलाफ देश व्यापी हड़ताल का उनकी यूनियन पूरा समर्थन करती है।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के मजदूर व मुलाजिम विरोधी फैसलों के खिलाफ तथा सफाई कर्मचारियों की मांगें मनवाने के लिए काले झंडे लेकर रोष प्रदर्शन किया गया है। उनकी मुख्य मांगों में किरत कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन करके बनाए गए कोड रद किए जाएं। किसान विरोधी काले कानूनों को तुरंत रद किया जाए । कम से कम मेहनताना 21 हजार रुपये प्रति माह किया जाए और संशोधित दरों को सितंबर 2017 से लागू किया जाए। सरकारी विभागों व जनतक क्षेत्र के विभागों में कर्मचारियों की जबरन प्रीमेच्योर रिटायरमेंट संबंधी जारी मजदूर मुलाजिम विरोधी फैसले को वापस लिया जाए । लाकडाऊन के समय के सभी मजदूरों को पूरी तन्ख्वाह दी जाए, नई पेंशन स्कीम रद की जाए, मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम की गारंटी दी जाए और इसका दायरा शहरों तक बढाया जाए, हर जरूरतमंद व्यक्ति को 10 किलो अनाज बिना शर्त हर माह मुफ्त दिया जाए, बिजली बिल 2020 वापस लिया जाए, मोटर व्हीकल 2020 रद किया जाए । उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी न हुई तो संघर्ष को तेज किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

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