फरीदकोट को हरा फाजिल्का टीम ने जीता पहला मैच
दी फाजिल्का डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के सहयोग से करवाए जा रहे पंजाब स्टेट इंटर डिस्ट्रिक्ट अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए भेजी फाजिल्का जिले की टीम ने अपना पहला मैच फरीदकोट को हराकर जीत लिया है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : दी फाजिल्का डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के सहयोग से करवाए जा रहे पंजाब स्टेट इंटर डिस्ट्रिक्ट अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए भेजी फाजिल्का जिले की टीम ने अपना पहला मैच फरीदकोट को हराकर जीत लिया है। इस उपलब्धि पर एफडीसीए की समस्त कार्यकारिणी ने अपने चेयरमैन डीसी अरविद पाल सिंह संधू और वाइस चेयरमैन एसएसपी दीपक हिलोरी को बधाई दी है।
एफडीसीए के प्रेस सचिव अमृत सचदेवा ने बताया कि फरीदकोट के बलजिदरा कालेज के क्रिकेट ग्राउंड में हुआ पहला मुकाबला जोकि 50-50 ओवर का था लेकिन बारिश के चलते इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए फरीदकोट की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 152 रन बनाए। उसके जवाब में फाजिल्का की टीम ने निर्धारित 20 ओवर खेलते हुए आखिरी गेंद पर एक रन लेकर 153 रन बनाकर मैच जीत लिया। टीम की इस जीत पर एफडीसीए के अध्यक्ष डा. यशपाल जस्सी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेंद्र ठकराल हैप्पी, कोषाध्यक्ष अविरल शर्मा, कार्यालय सचिव एडवोकेट मोहित दहूजा, कोच अर्पित सक्सेना, राजेश सक्सेना, कार्यकारिणी सदस्य संजय जांगिड़, विजय तंवर, सतपाल, सुखमंदर सिंह सैनी, अमित सचदेवा, संरक्षक दल के सदस्य एवं चेयरमैन आत्म वल्लभ पब्लिक स्कूल रमन वाट्स, प्रिसिपल संगीता तिन्ना, ज्योति बीएड कालेज की प्रिसिपल डा. अनीता अरोड़ा के अलावा लविश सक्सेना, साहिल भठेजा ने खुशी का इजहार किया है।
पंजपीरों की मजार पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब संस, अबोहर : हिदू-मुस्लिम आस्था के प्रतीक पांच पीरों की मजार पर शुक्रवार को वार्षिक मेला लगाया गया। यह मेला प्रत्येक वर्ष 30 जुलाई को लगाया जाता है। पिछले 2 साल से कोरोना के कारण यह मेला नहीं लग पाया था, जबकि इस बार भी मेला प्रबंधकों ने मेला सादगीपूर्ण ढंग से मनाने की घोषणा की थी लेकिन मेले में बड़ींख्या में लोग पहुंचे व पंजपीरों की मजार पर माथा टेका व प्रसाद चढ़ाया।
पीरों की मजार पर अलसुबह से ही श्रद्धालाुओं का तांता लगना शुरू हो गया था और देर शाम तक श्रद्धालु आते रहे। गांवों से लोग ट्रालियां भरभर कर पहुंचे व पंजपीरों की मजार पर प्रसाद चढ़ाया व माथा टेका। इस मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा लंगर भी लगाए गए। यहां कोरोना नियमों की किसी ने परवाह नहीं की । पुलिस द्वारा लोगों की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए गए थे । इसके अलावा तरह-तरह के खाने पीने की स्टालों के अलावा मुनियारी व अन्य सामान की स्टालों के अलावा झूले भी लगाए गए। मेला दो दिन तक चलेगा।
रास्ते में जलभराव से श्रद्धालुओं को हुई परेशानी
उधर, रास्ते में पानी भरा होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों ने कहा कि मेले को देखते हुए यह रास्ता दुरुस्त कर दिया जाना चाहिए था।