आधुनिक बस स्टैंड का सपना होगा साकार, 100 बेड का अस्पताल भी तैयार

दस साल पहले जब फाजिल्का जिला फिरोजपुर की तहसील था तो फाजिल्का के लोगों ने फाजिल्का को जिले का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष शुरू किया। इस संघर्ष के तहत सभी धर्म सभी वर्ग सभी राजनीतिक लोग एक मंच पर आ गए जिसके चलते सरकार ने 27 जुलाई 2011 की शाम को फाजिल्का को जिला बनाने की घोषणा की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:36 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:36 AM (IST)
आधुनिक बस स्टैंड का सपना होगा साकार, 100 बेड का अस्पताल भी तैयार
आधुनिक बस स्टैंड का सपना होगा साकार, 100 बेड का अस्पताल भी तैयार

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : दस साल पहले जब फाजिल्का जिला फिरोजपुर की तहसील था, तो फाजिल्का के लोगों ने फाजिल्का को जिले का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष शुरू किया। इस संघर्ष के तहत सभी धर्म, सभी वर्ग, सभी राजनीतिक लोग एक मंच पर आ गए, जिसके चलते सरकार ने 27 जुलाई 2011 की शाम को फाजिल्का को जिला बनाने की घोषणा की। भले ही उस साल दीपावली 26 अक्टूबर की थी, लेकिन जिला बनने की खुशी में फाजिल्का वासियों ने 27 व 28 जुलाई को पटाखे चलाए और मिठाईयां बांटकर खुशी मनाई। जिला बनने के बाद फाजिल्का लगातार तरक्की के रास्ते पर है। जिले में बहुत से कार्य हो चुके हैं, जबकि अभी बहुत कुछ मिलना बाकी है।

फाजिल्का में आजादी से पहले विदेशों में ऊन व्यापार का एक आदर्श केंद्र हुआ करता था और यहां की ऊन मंडी विश्व भर में प्रसिद्ध थी। लेकिन आजादी के बाद पाकिस्तान के जरिए खाड़ी देशों के साथ व्यापार का रास्ता बंद होने से फाजिल्का के साथ एक पिछड़े सरहदी इलाके का लेबल चस्पा हो गया। एक समय ऐसा था, जब यहां नियुक्ति के लिए कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी तक तैयार नहीं होता था, लेकिन आज फाजिल्का बुलंद जिला बनने की ओर बढ़ रहा है। जिला बनने के करीब चार साल बाद फाजिल्का में जिला स्तरीय कार्यालयों, जिसमें खुद डिप्टी कमिश्नर, जिला पुलिस प्रमुख, जिला शिक्षा अधिकारी, चीफ एग्रीकल्चर आफिस सहित अनेक कार्यालय एक ही छत के नीचे लोगों के सेवाएं उपलब्ध करवाई जाने लगी। लेकिन फाजिल्का के जिला बनने के बाद जहां बहुत कुछ मिला है, तो अभी बहुत कुछ मिलना बाकी है।

फाजिल्का के डीसी कांप्लेक्स के निकट बनाए जा रहे आधुनिक बस स्टैंड का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा होने को है। अब दीवारों पर पेंट करने का कार्य चल रहा है। उक्त बस स्टैंड के यहां से बनने से ना केवल बसें बढ़ेंगी। बल्कि लंबे रूट के लिए भी सेवाएं बहाल होंगी। इसके अलावा आधुनिक बस स्टैंड के साथ कम्यूनिटी सेंटर भी बनाया जा रहा है, जिससे लोगों को लाभ होगा। इसके अलावा फाजिल्का में 100 बेंड के अस्पताल का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है और उम्मीद है कि इन दोनों प्रोजेक्टों की शुरूआत इस साल से हो जाएगी। जिला अभी कंज्यूमर कोर्ट से है वंचित

जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गलशन महरोक ने कहा कि जिला बने दस साल बीत जाने के बावजूद अभी भी लोग यहां कंज्यूमर कोर्ट स्थापित न होने से परेशान हैं। लोगों को अपने केसों के लिए 90 किलोमीटर का सफर करके फिरोजपुर जाना पड़ता है। जिला बार एसोसिएशन द्वारा भी लंबे समय से यहां कंज्यूमर कोर्ट की स्थापना करने की मांग की जा रही है। जिसके तहत जहां सरकार से अपील की गई है, वहीं माननीय पंजाब एवं हरियाणा कोर्ट में रिट भी डाली गई है।

लंबे रूट की ट्रेनों की दरकार

नार्दर्न पैसेंजर्स समिति के जोनल प्रधान विपुल दत्ता ने कहा कि जिला बनने के बाद फाजिल्का के रेलवे स्टेशन का काफी विकास हुआ है। इसके अलावा फाजिल्का से फिरोजपुर के रास्ते बने सभी स्टेशनों को ऊंचा कर दिया गया है। वहीं तीन साल पहले रेलवे फाटक पर अंडरब्रिज बनाने की मांग भी पूरी हो चुकी है। लेकिन अभी भी फाजिल्का के रास्ते से लंबे रूट की गाड़ियों को चलाने की दरकार है। यह तभी संभव हो सकता है जब फाजिल्का-फिरोजपुर और फाजिल्का-अबोहर ट्रैक को 24 घंटे के लिए खोल दिया जाए।

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