किसानों ने किया एक घंटे तक किया ज्याणी के दफ्तर का घेराव

जिले के गांव आजमवाला में लगभग 34 एकड़ जमीन का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को किसान संगठनों ने गांव आजमवाला में उक्त जमीन पर ट्रैक्टर चला रहे ठेकेदार के कारिदे को वहां से भगा दिया और फाजिल्का के पूर्व विधायक एवं पूर्व सेहतमंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी पर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:16 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:16 PM (IST)
किसानों ने किया एक घंटे तक किया ज्याणी के दफ्तर का घेराव
किसानों ने किया एक घंटे तक किया ज्याणी के दफ्तर का घेराव

संवाद सूत्र, फाजिल्का : जिले के गांव आजमवाला में लगभग 34 एकड़ जमीन का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को किसान संगठनों ने गांव आजमवाला में उक्त जमीन पर ट्रैक्टर चला रहे ठेकेदार के कारिदे को वहां से भगा दिया और फाजिल्का के पूर्व विधायक एवं पूर्व सेहतमंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी पर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए। वहीं मंगलवार को पूर्वमंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने स्पष्ट किया कि उनका जमीन से कुछ लेना देना नहीं है।

पूर्वमंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने कहा कि लगभग 40 एकड़ जमीन में से 34 एकड़ पर उनके सांढू व छह एकड़ जमीन पर जमीन सुरजीत सिंह का कब्जा है, जिसको लेकर केस कोर्ट में चल रहा है। उनके सांढू ने राजस्थान के घड़साना में अपनी जमीन बेचकर आजमवाला में ली थी। लेकिन उसके सांढू की मौत होने के बाद उनकी साली उक्त जमीन की देखरेख कर रही है और उन्होंने इसे ठेके पर दिया हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसान यूनियन संघर्ष की आड़ में जमीन पर उक्त किसान का कब्जा करवाने के लिए उनकी हिमायत कर रही है। हालांकि उनका जमीन से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उक्त जमीन को लेकर उनके पास सभी दस्तावेज हैं और उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। अगर वह गलत पाए गए तो उन पर कार्रवाई की जाए, लेकिन इस तरह किसी की जमीन में जाकर कार्य रूकवा देना सही नहीं है, जिसको लेकर शिकायत एसएसपी को दी गई है।

उधर, किसानों को पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी के प्रेस वार्ता की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में किसान ज्याणी के कार्यालय के बाहर एकत्रित हो गए, जिसको देखते हुए डीएसपी जसवीर सिंह पन्नू मौके पर भारी पुलिस बल सहित पहुंचे। तेज बारिश होने के बावजूद किसानों ने करीब एक घंटे तक सुरजीत ज्याणी के कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। करीब एक घंटे बाद पुलिस बल सहित सुरजीत ज्याणी कार्यालय से बाहर आए और उन्हें गाड़ी में बैठकर वहां से रवाना किया गया, जबकि किसानों ने उनकी गाड़ी के पीछे भागकर नारेबाजी की। जाली कागजात तैयार करवा हो रहा जमीन छीनने की कोशिश : किसान

किसान सुरजीत सिंह का कहना है कि उनके पारिवारिक सदस्यों ने साल 1975 में 40 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसमें से लगभग 25 एकड़ पर उनका कब्जा है, जबकि कुछ जमीन सुरजीत ज्याणी के रिश्तेदारों के पास है। उसने आरोप लगाया कि जाली कागजात तैयार करवाकर उसकी जमीन छीनने का प्रयास किया जा रहा है, जिसको लेकर उसने किसान यूनियन से मदद मांगी। इस मौके भाकियू सिद्धूपुर के जिलाध्यक्ष प्रगट सिंह ने कहा कि वह उक्त किसान के साथ हैं और उसकी जमीन पर बिल्कुल भी किसी का कब्जा नहीं होने देंगे।

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