सुपर सिडर से पराली का निपटान कर रहा किसान रविंद्र
जिले के गांव बोदी वाला पीथा का किसान रविंद्र कुमार पिछले कई सालों से पराली न जला अन्य किसानों को भी पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रहा है। रविंद्र कुमार 25 एकड़ जमीन में धान और बासमती की कृषि करता है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : जिले के गांव बोदी वाला पीथा का किसान रविंद्र कुमार पिछले कई सालों से पराली न जला अन्य किसानों को भी पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रहा है। रविंद्र कुमार 25 एकड़ जमीन में धान और बासमती की कृषि करता है।
किसान का कहना है कि कुछ साल पहले उसने भी फसल के अवशेष को आग लगाने के रुझान को अपनाते हुए धान की पराली को आग लगाना शुरू कर दिया था, लेकिन उसने पिछले साल 2019 में कृषि विभाग के साथ संपर्क किया था, जिसके तहत वह विभाग द्वारा लगाए जाते जागरूकता कैंपों में भाग लेता रहा। कृषि अधिकारियों की सलाह अनुसार उसने आधुनिक यंत्र का प्रयोग करके फसल की बिजाई की और पराली को आग नहीं लगाई। पिछले साल सुपर सिडर की मदद से गेहूं की बिजाई पराली को खेत में मिलाने से ही की थी। उसका कहना है कि उसको फसल का झाड़ भी अधिक प्राप्त हुआ और उसने पराली को आग न लगाकर वातावरण को शुद्ध रखने में अपना बनता योगदान भी डाला।
किसान का कहना है कि वह अब लगातार कृषि विभाग के साथ संपर्क करता रहता है और विभाग के विशेषज्ञों अनुसार ही जमीन पर खादों और कीटनाशकों का प्रयोग करता है। प्रगतिशील किसान ने कहा कि इस बार उसने कृषि और किसान भलाई विभाग से 80 प्रतिशत सब्सिडी लेकर सुपर सीडर की खरीद की है और गेहूं की बिजाई पराली को खेत में मिला कर ही करेगा। रविंद्र कुमार ने दूसरे किसानों को भी अपील की कि पराली को आग लगाए बिना सुपर सीडर या अन्य आधुनिक यंत्रों की मदद से गेहूं की सीधी बिजाई की जाए क्योंकि इससे झाड़ तो बढ़ता है, जमीन के स्वास्थ्य में सुधार होता है और पैसों की भी बचत होती है। वहीं फाजिल्का के डीसी अरविदपाल संधू ने भी लोगों को पराली को आग ना लगाने संबंधी जागरूक करते कहा कि आने वाली पीढ़ी को शुद्ध, साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त वातावरण मुहैया करवाना हमारा प्रारंभिक फर्ज बनता है। इसलिए किसान प्रशासन का सहयोग करें।