घरों व दफ्तरों में की जाए डेंगू के लारवे की जांच : एडीसी

डेंगू की रोकथाम के लिए एडीसी अभिजीत कपलिश ने जिला फाजिल्का के अलग-अलग विभागों के मुखियों के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 03:27 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:44 PM (IST)
घरों व दफ्तरों में की जाए डेंगू के लारवे की जांच : एडीसी
घरों व दफ्तरों में की जाए डेंगू के लारवे की जांच : एडीसी

संवाद सूत्र, फाजिल्का : डेंगू की रोकथाम के लिए एडीसी अभिजीत कपलिश ने जिला फाजिल्का के अलग-अलग विभागों के मुखियों के साथ बैठक की। इस मौके सिविल सर्जन फाजिल्का डा. दविदर ढांडा विशेष तौर पर उपस्थित थे।

एडीसी ने बताया कहा कि स्कूलों, कालेजों और दफ्तरों में जाकर छतों पर पड़े हुए बिना ढक्कन वाली टंकियों, घरों पर पड़े पुराने बर्तनों में और ब्लाक सीवरेज के कारण खड़े हुए पानी में डेंगू के लारवे की जांच की जाए। उन्होंने बताया कि बरसाती मौसम में आसपास पानी खड़ा हो जाता है, जोकि मच्छरों के वृद्धि का कारण बनता है। डेंगू रोग एडीज इजिपटिस मच्छर के काटने से होता है, यह एक वायरल बीमारी है, जिसमें तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द, शरीर व जोड़ों में अहसनीय दर्द आदि लक्षण प्रकट हो सकते हैं। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ईओ और सेनेटरी इंस्पेक्टरों के साथ तालमेल करके हर रोज फोकस एरिया की लिस्ट तैयार करेंगे और लिस्ट मुताबिक फागिग करवाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राईवेट लैबों में डेंगू का टेस्ट करवाने वाले मरीजों का डाटा भी इकट्ठा किया जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू संबंधी लोगों को बढि़या सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि जो डेंगू के मरीज जिले में पाए जाते हैं उनसे संबंधित अधिकारी दिन में दो बार जरूर तालमेल करें। सिविल सर्जन डा. दविदर ढांडा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी और प्राईवेट स्कूलों, कालेजों और दफ्तरों में जाकर छतों पर पड़े हुए बिना ढक्कन की टंकियों, पुराने बर्तनों में और ब्लाक सीवरेज के कारण खड़े हुए पानी में पैदा हुआ डेंगू के लारवे को मौके पर नष्ट किया जाता है। इस मौके एसएमओ जलालाबाद डा. दविदर कुमार, एसएमओ खुईखेड़ा डा. रोहित गोयल, एसएमओ फाजिल्का डा. विकास गांधी, जिला महामारी अफसर डा. अमित गुगलानी और डा. सुनीता आदि उपस्थित थे।

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