बस स्टैंड के गेट बंद रख किया प्रदर्शन
पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने मांगों को लेकर एक बार फिर से संघर्ष शुरू कर दिया है
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने मांगों को लेकर एक बार फिर से संघर्ष शुरू कर दिया है, जिसके तहत शुक्रवार को कर्मचारियों ने दो घंटे तक बस स्टैंड के गेट बंद रखकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान सुबह दस से लेकर 12 बजे तक हड़ताल के कारण बसों का चक्का पूरी तरह से जाम रहा, जिस कारण यात्रियों को बसों के चलने का इंतजार करना पड़ा
रोष प्रदर्शन कर रहे यूनियन के प्रधान मनप्रीत सिंह, सचिव गुरबख्श लाल, रविद्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से पिछले लंबे समय से ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का नहीं किया जा रहा। पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने पक्का करने का भरोसा दिया। फिर छह अक्टूबर 2021 को नए ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा अमरिन्दर सिंह वड़िग ने भरोसा दिया और बाद में 12 अक्टूबर 2021 को मुख्यमंत्री पंजाब चरनजीत सिंह चन्नी ने भरोसा दिया कि उन्हें 20 दिन में पक्के किया जाएगा, लेकिन नया एक्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि ट्रांसपोर्ट विभाग का एक भी कर्मचारी पक्का नहीं होता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि आने वाली पहली कैबिनेट मीटिग में ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का फैसला लिया जाएगा, लेकिन एक दिसंबर की कैबिनेट मीटिग में कोई हल नहीं निकाला गया। यूनियन की मांग है कि 10 हजार सरकारी बसें लाई जाए। साथ ही कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। इस मौके उड़ीक चंद, हरजिंदर सिंह सिंह, सुरजीत सिंह, हरभजन सिंह ने कहा कि यदि छह दिसंबर तक पंजाब सरकार ने मांगों का हल न निकाला तो सात दिसंबर से अनिश्चितकालीन समय के लिए हड़ताल करके ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब और मुख्यमंत्री पंजाब के रखे कार्यक्रम में उन्हें घेरने का एक्शन तैयार किया जाएगा। बस की बजाए ट्रेन का लेना पड़ा सहारा
बस स्टैंड पर मौजूद महिला रजनी ने कहा कि वह सुबह बस स्टैंड पर पहुंची तो पता चला कि दो घंटे के लिए कर्मचारी हड़ताल पर हैं। उसके आने से पहले ही एक बस बाहर के बाहर सवारियों को लेकर रवाना हुई। जिसके चलते उसे अब स्टेशन पर जाकर ट्रेन के जरिए सफर करना पड़ेगा। उसने बताया कि बस के जरिए उसने गोलूका मौड़ पर उतरना था।