खुलेआम घूम रहे जानलेवा हमला करने वाले, पीड़ित ने छोड़ा गांव
जानलेवा हमले करने के आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमले करने की धाराओं में मामला दर्ज न होने व गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ित परिवार ने गांव छोड़ दिया है।
संस, अबोहर : जानलेवा हमले करने के आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमले करने की धाराओं में मामला दर्ज न होने व गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ित परिवार ने गांव छोड़ दिया है। गांव बहाववाला में रहने वाले कुलदीप सिंह ने बताया कि वह 14 अगस्त को अपनी पत्नी स्वर्ण कौर के साथ रात 8.30 बजे गांव में ही डाक्टर के पास दवा लेने गए थे। इस दौरान आरोपितों ने उसकी बेरहमी से मारपीट की, जिससे उसके सिर पर 65 टांके लगे। इतना ही नहीं आरोपितों ने उसकी पत्नी के कपड़े भी फाड़ दिए व मारपीट भी की। कुलदीप का आरोप है आरोपित उसकी पत्नी पर बुरी नजर रखते हैं व इसके चलते उसके घर के आसपास चक्कर लगाते रहते थे, जिसके बारे उसकी पत्नी उसको बताया करती थी।
पीड़ित ने बताया कि हमले के बाद उसका दस दिन तक फरीदकोट में इलाज चला और शिकायत पर पुलिस ने 19 अगस्त को आरोपित मूले, दीपा, टीटू व राजवीर निवासी बहाववाला के खिलाफ मामूली मारपीट करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। कुलदीप का आरोप है कि आरोपित उसे अब धमकियां दे रहे हैं कि उसका वह कुछ नहीं बिगाड़ सकता व सरेआम घूम रहे हैं। कुलदीप ने बताया कि आरोपितों की धमकियों से परेशान हो अब वह गांव व पंजाब छोड़कर नागौर राजस्थान जा रहा है। धरना लगाने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
पीड़ित कुलदीप ने बताया कि धारा में बढ़ोतरी करने व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपने परिवार व कुछ लोगों की मदद से दो अक्टूबर को हनुमानगढ़ रोड पर धरना लगाया था, जिस पर उसे कारवाई का भरोसा दिया गया था लेकिन इसके बावजूद कोई कारवाई नहीं की गई।
आरोपितों को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा पीड़ित : डीएसपी
डीएसपी देहाती अवतार सिंह का कहना है कि डाकटरी रिपोर्ट के आधार पर आरोपितों के खिलाफ जो धारा बनती थी, उसके अनुसार कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा उन्हें पीड़ित की तरफ से सुरक्षा को लेकर कोई दरखास्त नहीं दी गई है। अब परिवार दोषियों को ब्लेकमेल करने की नीयत से यह सब कुछ कर रहा है।