निगम ने चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान, दुकानदार एक घंटा धरने पर बैठे
नगर निगम चुनावों के बाद नगर निगम टीम एक बार फिर एक्शन में आ गई है। नगर निगम की टीम ने कमिश्नर अभिजीत कपलिश के आदेशों पर शहर क्लीन अभियान के तहत शुक्रवार को बाजारों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया व निर्धारित जगह से बाहर पड़ा सामान कब्जे में ले लिया।
संवाद सहयोगी, अबोहर: नगर निगम चुनावों के बाद नगर निगम टीम एक बार फिर एक्शन में आ गई है। नगर निगम की टीम ने कमिश्नर अभिजीत कपलिश के आदेशों पर शहर क्लीन अभियान के तहत शुक्रवार को बाजारों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया व निर्धारित जगह से बाहर पड़ा सामान कब्जे में ले लिया। उधर, बाजार नंबर 12 के दुकानदारों ने नगर निगम की कारवाई का विरोध जताया व बाजार नंबर 12 के बाहर एक घंटे धरना लगाया।
सेनेटरी इंस्पेक्टर अवतार सिंह कंबोज, जसवीर सिंह, स्वच्छ मिशन के कोआर्डिनेटर गुरजिदर सिंह व प्रदीप कुमार की अगुवाई में टीम ने करीब चार ट्रालियां व एक जेसीबी मशीन लेकर बाजारों में दबिश दी व निर्धारित जगह से बाहर लगे सामान, तरपाल व फ्लेक्स को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया, जिससे दुकानदारों में हडकंप मच गया। नगर निगम की कार्रवाई बाजार नंबर 9 से शुरू हुई व उसके बाद बाजार नंबर 11 व 12 में यह टीम पहुंची व सामान कब्जे में लेना शुरू कर दिया। बाजार नंबर 12 के दुकानदारों ने नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध जताते बाजार नंबर 12 के बाहर धरना लगा दिया, जो करीब एक घंटे तक जारी रहा। दुकानदारों का कहना था कि नगर निगम के अधिकारी अवैध तौर पर उनका समान उठा रहे हैं। निगम अधिकारी उनका सामान वापस करें और माफी मांगें, वहीं अधिकारियों ने कहा कि दो फीट से ज्यादा व तरपाल वगैरह लगाने की इजाजत नहीं है जो भी इस का उल्लंघन करेगा उसका सामान जब्त किया ही जाएगा। दोनों ही पक्ष अपनी अपनी बात पर अड़े रहे जिसके यह फैसला हुआ कि दुकानदार अपनी कमेटी बनाकर नगर निगम में आ जाएं वहां पर बैठकर फैसला किया जाएगा। लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि नियमों की पालना करनी जरूरी होगी। जिसके बाद दोनों पक्षों में नगर निगम में बातचीत जारी थी। निगम चुनाव के बाद पहली बार की कार्रवाई
नगर निगम चुनावों के दौरान नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ कारवाई बंद कर दी थी, जिसके बाद से बाजार फिर से सिंकुडने लगे थे जिसको देखते हुए नगर निगम ने फिर से कारवाई शुरू कर दी है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण के कारण जहां लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है तो वहीं ट्रैफिक व्यवस्था भी प्रभावित होती है।