महामारी के बाद भी नहरों में आ रहा दूषित पानी: नारंग
जहां क्षेत्रवासी कोरोना संक्रमण से परेशान है वहीं दूसरी ओर भयंकर गर्मी के दौरान प्रशासन लोगों को पीने का शुद्ध पानी भी मुहैया नहीं करवा रहा।
संस, अबोहर : जहां क्षेत्रवासी कोरोना संक्रमण से परेशान है वहीं दूसरी ओर भयंकर गर्मी के दौरान प्रशासन लोगों को पीने का शुद्ध पानी भी मुहैया नहीं करवा रहा। प्रशासन व नगर निगम लोगों को पीने के पानी की सबसे बड़ी मूलभूत सुविधा देने में भी नाकाम साबित हो रहा है। यह कहना है कि भाजपा विधायक अरूण नारंग का।
विधायक नारंग ने कहा कि शहर व आसपास के गांवों में इन दिनों पीने के शुद्ध पानी की सबसे बड़ी किल्लत है, क्योंकि नहरों में जो पानी आ रहा है वह दूषित व कैमिकल युक्त है जिसको गांवों में तो वाटर वर्कर की टंकियों में भंडार ही नहीं किया जा रहा, जबकि शहरवासियों को जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह इतना दूषित व बदबूदार होता है कि पीने लायक नहीं है। घरों में दूषित जलापूर्ति के कारण लोग मजबूरन भूमिगत पानी पीने को मजबूर हैं जबकि अनेक लोग आरओ पानी खरीद कर गुजारा चला रहे है। स्थानीय प्रशासन लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि दूषित पानी पीने से लोगों में डायरिया व टायफाइड की बीमारियां बढ रही हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन तो पहले ही कोरोना मरीजों को संभाल पाने में सक्षम साबित नहीं हो रहा। उन्होनें कहा कि यदि प्रशासन ने शीघ्र लोगों को पीने का साफ पानी मुहैया न करवाया तो लोग अन्य गंभीर बीमारियों से घिर जाएंगें जिन्हें संभाल पाना प्रशासन के लिए बेहद कठिन साबित होगा इसलिए वक्त रहते इस समस्या का हल किया जाए।