सीवरेज के पानी से गुजर स्कूल जाने को मजबूर घुम्मारा बस्ती के बच्चे
घुम्मारा बस्ती के बशिदे पिछले लंबे समय से सीवरेज जाम की समस्या से परेशान हैं। लोगों द्वारा समस्या उठाने पर नगर कौंसिल सीवरेज की सफाई तो करवा देती है लेकिन इस समस्या का कोई पूर्ण हल नहीं किया जा रहा है। इस कारण स्कूलों में जाने वाले बच्चों को सीवरेज के पानी से होकर जाना पड़ता है।
रवि वाट्स, जलालाबाद (फाजिल्का) : घुम्मारा बस्ती के बशिदे पिछले लंबे समय से सीवरेज जाम की समस्या से परेशान हैं। लोगों द्वारा समस्या उठाने पर नगर कौंसिल सीवरेज की सफाई तो करवा देती है, लेकिन इस समस्या का कोई पूर्ण हल नहीं किया जा रहा है। इस कारण स्कूलों में जाने वाले बच्चों को सीवरेज के पानी से होकर जाना पड़ता है।
दरअसल उक्त बस्ती पहले एक गांव के साथ थी, लेकिन चार साल पहले इसे शहर के सीवरेज सिस्टम के साथ जोड़ दिया गया। तब से लेकर अब तक यहां लोगों के घरों में शौचालय तो बन गए, लेकिन सफाई न होने के कारण सीवरेज जाम की समस्या का हल नहीं हुआ। यहां के लोग तो अब यह तक कहने लगे हैं, कि वह न तो गांव के रहे और न शहर के हुए। मोहल्ला निवासी संदीप सिंह, जोगिदर सिंह, सुरिदर कुमार आदि ने कहा कि शहर के साथ उनकी बस्ती को जोड़ने के बाद उम्मीद थी कि उन्हें मूलभूत सेवाएं अच्छी तरह से मिलेंगी। मगर जब से शहर के साथ वह जुड़े हैं और यहां सीवरेज सिस्टम लगाया गया है, तब से उनकी गलियां गंदे पानी से नहीं सुखी। इस कारण जहां बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वहीं काम पर जाने वाले लोग गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। अब जब स्कूल लग गए हैं, तो बच्चे इस गंदे पानी से निकलकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। मोहल्ला वासियों ने मांग की कि सीवरेज को लेकर समस्या का जल्द समाधान किया जाए। समय-समय पर करवाई जाती है सफाई
उधर, नगर कौंसिल प्रधान विकासदीप चौधरी ने कहा कि उक्त बस्ती की समय समय पर सफाई करवाई जाती है। सफाई के वक्त सीवरेज से बेरियां व अन्य सामान निकलता है, जोकि जाम का कारण बनता है। पूर्व सरकार के समय यहां सीवरेज सिस्टम काफी नीचे डाला गया और गलियां काफी ऊंची हैं, जिस कारण ये समस्या ज्यादा है। इसे ठीक करने में समय तो लगेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बस्ती के किसी भी घर ने सीवरेज सिस्टम के लिए अप्लाई नहीं किया हुआ। फिर भी विधायक रमिदर आवला की अगुआई में नगर कौंसिल सबसे ज्यादा ध्यान देकर इस बस्ती की समस्या के हल में जुटी हुई है। वह एक सप्ताह पहले उक्त बस्ती के लोगों से मिलने गए थे और समस्या सुनकर जल्द हल का आश्वासन दिया था। फिलहाल फंड आने के बाद ही सीवरेज सिस्टम ठीक करने का कार्य शुरू होगा। जबकि फिलहाल के लिए कर्मचारियों को सीवरेज सिस्टम ठीक करने के लिए भेज दिया गया है।