शराब फैक्ट्री के विरोध में उतरे बच्चे, शादी से पहले धरने पर बैठा दूल्हा
गांव हीरांवाली में बनने वाली शराब फैक्ट्री के विरोध में 25 से अधिक गांवों के किसानों व ग्रामीणों का नेशनल हाईवे पर धरना 12वें दिन भी लगातार जारी रहा।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : गांव हीरांवाली में बनने वाली शराब फैक्ट्री के विरोध में 25 से अधिक गांवों के किसानों व ग्रामीणों का नेशनल हाईवे पर धरना 12वें दिन भी लगातार जारी रहा। धरने के साथ साथ महिलाएं व पुरुष जहां भूख हड़ताल पर बैठे। वहीं गांव हीरांवाली का एक दंपती पिछले चार दिनों व एक अन्य महिला दूसरे दिन भी मरणव्रत पर बैठी। इसके अलावा गांवों के बच्चों ने शुक्रवार को फाजिल्का में एक रोष मार्च भी निकाला , जिसमें शराब फैक्ट्री का निर्माण रद्द करने की मांग उठाई गई।
गांव हीरांवाली में बनाई जा रही शराब फैक्ट्री के खिलाफ गांव हीरांवाली ही नहीं बल्कि आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों की पंचायतें प्रदर्शन कर रही हैं। 12 दिन पहले अबोहर-फाजिल्का मार्ग पर नेशनल हाईवे पर शुरू हुआ धरना जहां बदस्तूर जारी है। वहीं सुनवाई न होते देख तीन दिन पहले मरणव्रत पर बैठे गांव हीरांवाली के दंपति नमिता देवी व विनोद झींझा ने भी अपना मरणव्रत जारी रखा। वहीं एक अन्य महिला शारदा दूसरे दिन भी मरणव्रत पर रही। शराब फैक्ट्री के खिलाफ संघर्ष कर रहे हीरांवाली के किसान नेता बलराम केसवानिया, कृष्ण हीरांवाली, मनोज झींझा, गौरव झींझा व अन्य नेताओं ने बताया कि वह पहले भी उक्त फैक्ट्री को लेकर विरोध जता चुके हैं। लेकिन अब आठ साल बाद दोबारा जमीन की पैमाइश के बाद फैक्ट्री निर्माण के लिए ईंटें फिकवा दी गई हैं। लेकिन ग्रामीण इस फैक्ट्री को नहीं लगने देंगे। उन्होंने कहा कि इस फैक्ट्री के लगने से जहां वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण होगा। वहीं कृषि योग्य भूमि पर बनने वाली शराब फैक्ट्री के प्रदूषण से आसपास के गांवों में बसे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा। बारात से पहले दूल्हा बैठा धरने पर
फाजिल्का के गांव हीरांवाली के निकट लगाए गए धरने में जहां पिछले 12 दिनों से पुरूष व महिलाएं धरना दे रही हैं। वहीं शुक्रवार को अशोक कुमार, जिसका शुक्रवार को विवाह था और उसने अबोहर बारात लेकर जाना था, लेकिन वह बारात लेकर जाने से पहले धरना स्थल पर बैठा। दूल्हा बने अशोक कुमार ने कहा कि शराब फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीण पिछले 12 दिनों से डटे हुए हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन उनकी समस्या का हल नहीं करवा पाया। गांव का एक नागरिक होने के चलते वह अपनी बारात लेकर जाने से पहले धरने पर बैठा है और विवाह के बाद भी यहां ग्रामीणों के साथ डटा रहेगा। खुईखेड़ा की सेहत टीम ने की जांच पिछले चार दिनों से मरणव्रत पर बैठे गांव हीरांवाली निवासी विनोद झींझा व नमिता देवी की सेहत जांच करने के लिए सीएचसी खुईखेड़ा की एक टीम धरना स्थल पर पहुंची। इस दौरान टीम ने उक्त दंपति के अलावा एक अन्य महिला, जोकि मरणव्रत पर बैठी है, की बीपी व शुगर जांच की। सेहत टीम ने बताया कि धरने पर बैठे दंपति का खाना ना खाने के चलते बीपी बढ़ा है। जिस संबंधी सेहत विभाग के अधिकारियों को जानकारी पहुंचाई जाएगी।