डीएपी खाद स्टोर करने पर तीन के खिलाफ केस दर्ज

शहर के प्रभात वाला रोड पर बने चुघ पेस्टीसाइड के गोदाम की जांच के दौरान मिली डीएपी खाद को लेकर थाना सिटी पुलिस ने कृषि अधिकारियों व किसानों की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 10:14 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 10:14 PM (IST)
डीएपी खाद स्टोर करने पर तीन के खिलाफ केस दर्ज
डीएपी खाद स्टोर करने पर तीन के खिलाफ केस दर्ज

संवाद सूत्र, जलालाबाद : शहर के प्रभात वाला रोड पर बने चुघ पेस्टीसाइड के गोदाम की जांच के दौरान मिली डीएपी खाद को लेकर थाना सिटी पुलिस ने कृषि अधिकारियों व किसानों की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले किसानों ने शुक्रवार को थाने के समक्ष धरना देते हुए कार्रवाई की मांग की थी।

एएसआइ अमरीक सिंह ने बताया कि उन्हें एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर परविद्र सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई कि ब्लाक कृषि अधिकारी को सूचना मिली थी कि एक खाद विक्रेता ने अपने गोदाम में खाद को जमा करके रखा है, जिस पर उन्होंने पुलिस के साथ गोदाम में रेड की। इस दौरान काफी मात्रा में यूरिया व डीएपी खाद गट्टे बरामद हुए। उन्होंने बताया कि किसान यूनियन व अन्य नेताओं की ओर से चुघ भंडार व अजय ट्रेडिग कंपनी के गोदामों की जांच की गई तो गोदाम में डीएपी खाद व यूरिया खाद रखी हुई थी, जिसको वह ब्लैक में अधिक भाव पर बेचते थे। इस दौरान पुलिस ने 7000 गट्टे बरामद किए, जिसमें से 1500 से अधिकं गट्टे डीएपी खाद के भी थे। पुलिस ने उक्त मामले में अजय, राजिद्र व राज कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

डीएपी ना मिलने पर किसानों ने लगाया जाम संवाद सूत्र, फिरोजपुर : राज्य में चल रही डीएपी खाद की किल्लत के विरोध में किसानों की ओर से शनिवार को शहर-छावनी को जोड़ने वाले रेलवे पुल पर सुबह 11 बजे जाम लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। किसानों का धरना देर रात भी जारी रहा। किसानों का आरोप है कि सरकार की ओर से दिल्ली आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे है, तो वहीं पंजाब में कांग्रेसियों ने डीएपी की स्टोरेज करनी शुरू कर दी है, जिस कारण पंजाब के अन्नदाता को सड़कों पर बैठना पड़ रहा है।

धरने में शामिल भाकियू सिद्धूपुर के प्रधान गुरमीत सिंह, गुरसेवक धालीवाल, किसान बचाओ कमेटी के जसबीर सिंह ने कहा कि डीएपी खाद्य ब्लैक में मिल रही है। उन्होंने कहा कि जिस खाद की बोरी 1200 में मिलती थी, कालाबजारी के कारण वही खाद्य 1400 से 1500 रुपये में मिल रही है। उन्होंने कहा कि डीलर मनमाने दामों पर किसानों को खाद बेचकर लूट कर रहे हैं। धान की कटाई के बाद आलू व गेहूं की बिजाई के लिए हरेक किसान को खाद की जरूरत पड़ती है, लेकिन डीएपी खाद न मिलने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसान नेताओ ने कहा कि एक एकड़ में गेहूं की बिजाई करने में एक बोरी डीएपी की जरूरत पड़ती है। खाद ना मिलने के कारण ही उन्हें फसल की बिजाई में परेशानी उठानी पड़ रही है।

शहर व छावनी को जोड़ने के लिए एक पुल ही साधन है, लेकिन किसानों की ओर से पुल पर जाम लगाने से पुलिस को ट्रैफिक को बस्ती टैंकावाली व दास रोड़ से डायवर्ट करना पड़ा। किसानों की ओर से सुबह 10 से शाम पांच बजे तक धरना दिया गया।

chat bot
आपका साथी