आयुष्मान योजना के तहत 1972 लाभार्थियों के बनाए कार्ड

सीएचसी डब्वाला कलां के तहत आयुष्मान भारत सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभपात्रियों को स्कीम का लाभ देने के लिए पहले दौर का काम पूरा हो गया है जिसके तहत ब्लाक अरनीवाला व फाजिल्का में 14 दिसंबर से शुरू हुआ काम शुक्रवार को समाप्त हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 04:13 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 04:13 PM (IST)
आयुष्मान योजना के तहत 1972 लाभार्थियों के बनाए कार्ड
आयुष्मान योजना के तहत 1972 लाभार्थियों के बनाए कार्ड

संवाद सूत्र, फाजिल्का : सीएचसी डब्वाला कलां के तहत आयुष्मान भारत सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभपात्रियों को स्कीम का लाभ देने के लिए पहले दौर का काम पूरा हो गया है, जिसके तहत ब्लाक अरनीवाला व फाजिल्का में 14 दिसंबर से शुरू हुआ काम शुक्रवार को समाप्त हुआ।

सीनियर मेडिकल अफसर डा. पंकज चौहान ने बताया कि आयुष्मान भारत सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभपात्री पांच लाख तक का कैशलैस इलाज करवा सकता है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत एलरोलमैंट से वंचित रहे लाभपात्रियों को एनरोल करने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी की ओर से विडाल हेल्थ इंश्योरेंस (टीपीए) को नामजद किया गया है। ब्लाक मास मीडिया इंचार्ज दिवेश कुमार ने बताया कि इस संबंधी सेहत विभाग के कर्मचारियों व आशा वर्करों की ड्यूटी लगाई गई थी। एजेंसी के नुमाइंदों की ओर से हर गांव में पहुंचकर लाभपात्रियों के ई-कार्ड बनाए गए है। उन्होंने कहा कि जो कोई भी लाभपात्री अपना ई-कार्ड बनाना चाहता है तो वह अपने साथ आधार कार्ड, राशन कार्ड, जे-फार्म लाभपात्री कापी साथ लेकर जाए, जिससे उसका कार्ड बनाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए। उन्होंने बताया कि यह कार्ड बनाने के लिए लैमीनेटिड ई-कार्ड की फीस के तौर पर लाभपात्री को 30 रुपए का भुगतान एजेंसी के नुमाइंदों को करना होता है। यह कैंप 14 दिसंबर को ब्लाक अरनीवाला के गांव ढाबा कलां, ढिप्पां वाली, मूलियां वाली, बन्ना वाला, घुड़ियाना, बुर्ज हनुमानगढ़, कंधवाला, कोहाड़ियां वाली मार्केट समिति और मुराद वाला में लगाया गया, जिसमें कुल 1004 लोगों के कार्ड बनाए गए। जिसके बाद गांव बाधा, राणा, हस्ता कलां, नवा हस्तां, लालोवाली, झोक डिप्पूलाना, आसिफवाला, करनीखेड़ा, रामपुरा, बनवाला हनुवंता, जंडवाला खरता, पैंचावाली, न्यौलां, बहक खास, पूर्ण पट्टी, अभुन्न, किकरवाला आदि दर्जनों गांवों में कैंप लगाकर 969 के करीब कार्ड बने है, यानि अब तक 1972 कार्ड बनाए जा चुके हैं।

chat bot
आपका साथी