पेड़ से टकराया कैंटर, चालक व मालिक की मौत
अबोहर-श्रींगगानगर मार्ग पर गांव मौजगढ़ के पास वीरवार देर रात एक नींबू से भरा कैंटर पेड़ से टकरा गया जिससे कैंटर चालक व मालिक की मौके पर ही मौत हो गई।
संवाद सहयोगी, ओबहर : अबोहर-श्रींगगानगर मार्ग पर गांव मौजगढ़ के पास वीरवार देर रात एक नींबू से भरा कैंटर पेड़ से टकरा गया, जिससे कैंटर चालक व मालिक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा जांच शुरू कर दी है।
गुरदासपुर के गांव कसजी के रहने वाले बलराज (40) पुत्र दलीप कुमार व कैंटर मालिक गांव भूबिया निवासी पलविदर सिंह (35) पुत्र महेंद्र सिंह वीरवार रात को कैंटर में नींबू लादकर राजस्थान से जालंधर के लिए रवाना हुए थे, जब वे अबोहर-श्रींगंगागनर मार्ग पर गांव मौजगढ के निकट पहुंचे तो अचानक कैंटर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकरा गया, जिससे दोनों की ही मौके पर मौत हो गई। आसपास के लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद थाना खुइयां सरवर की पुलिस मौके पर पहुंची।
मृतक बलराज के ममेरे भाई सर्बजीत सिंह व पलिवदर सिंह की माता कश्मीर कौर ने बताया कि वे दोनों ही पिछले 20 साल से मिलकर कैंटर चलाने का कार्य करते थे। चार दिन पहले ही वह घर से काम के लिए गए थे। पलविंदर के बड़े भाई की एक साल पहले हादसे में हुई थी मौत
पलविंदर कौर की मां कशमीर कौर ने बताया कि पलविदर के बडे़ भाई की भी एक वर्ष पहले ही सड़क हादसे में मौत हो चुकी है और अब उनका दूसरा बेटा भी छिन गया। कश्मीर कौर ने बताया कि उसका पोता भी विकलांग है और अब उसके दोनों बेटों की मौत से उनका घर चलाना भी मुश्किल हो जाएगा, उन्होंने प्रशासन व सरकार से मदद की गुहार लगाई है। चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
मृतक बलराज सिंह के दो बच्चे है जिनमें एक लड़का व लड़की है, जबकि पलविदर सिंह के भी एक बेटा व बटी है। पलविदर सिंह की आयु मात्र 35 वर्ष ही थी। इस तरह चारों बच्चों के सिर से पिता का साया एक साथ उठ गया।