राहत मिलते ही लोग हुए बेपरवाह, बाजारों में लगा जमघट

भले ही कोरोना की दूसरी लहर का कहर लगभग खत्म होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:05 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:05 PM (IST)
राहत मिलते ही लोग हुए बेपरवाह, बाजारों में लगा जमघट
राहत मिलते ही लोग हुए बेपरवाह, बाजारों में लगा जमघट

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का :

भले ही कोरोना की दूसरी लहर का कहर लगभग खत्म होने लगा है, लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। इसके बावजूद लोगों की लापरवाही खुलकर सामने आने लगी है। जहां बाजारों में बढ़ रही भीड़ में लोगों के चेहरों से मास्क गायब नजर आ रहा है। वहीं विभिन्न स्थानों पर बड़े-बड़े आयोजन किए जा रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ नजर सैंपलिंग पर डाली जाए तो मई के मुकाबले मौजूदा समय में 50 प्रतिशत ही रह गई है। जहां लोग कोरोना की दूसरी लहर के कम होने के चलते कोरोना टेस्ट करवाने कम पहुंच रहे हैं। वहीं सेहत विभाग ने भी सार्वजनिक जगहों पर सैंपलिग लेने की मुहिम धीमी कर दी है।

फाजिल्का जिले की बात करें तो यहां अब तक दो लाख 35 हजार 900 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। जिसमें से 19784 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पिछले करीब डेढ़ साल में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महीनों की बात करे तो पिछले साल 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान सितंबर महीने में सबसे ज्यादा केस व मौतें हुई। वहीं इस साल कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल और मई माह में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज और कोरोना से मौतें सामने आई। जो मौतों का आंकड़ा फरवरी तक 74 था, वह अब 500 से ऊपर पहुंच चुका है। जोकि यह बताता है कि कोरोना की दूसरी लहर कितनी घातक रही है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के आने के बावजूद अभी लोग कोरोना को हलके में ले रहे हैं। हालांकि लगातार कोरोना वैक्सीन लगाए जाने से इन मामलों में कमी हुई है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के खत्म होने की बातें कहे जाने के कारण लोग सैंपलिग करवाने के बजाए खुद घरों में दवा ले रहे हैं, जोकि सही नहीं है। सेहत विभाग लगातार लोगों से सैंपलिग करवाने की अपील कर रहा है। एक मई से लेकर 20 मई तक जहां 46594 सैंपल लिए गए। वहीं एक से 20 जून तक 30634 लोगों के सैंपल लिए गए। यानि 30 से 35 प्रतिशत लोगों ने कम सैंपलिग करवाई। कोरोना से बचाव के लिए करवाएं वैक्सीन

डिप्टी कमिश्नर अरविदपाल संधू द्वारा लगातार लाइव कार्यक्रम व कोरोना की स्थिति की जानकारी देते हुए यही कहा जा रहा है कि भले ही कोरोना के नए मामले कम हो गए हैं। लेकिन अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। लोग मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग लगातार करते रहें और वैक्सीनेशन जरूर करवाएं। साथ ही वह लोग जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दें, वह अपना कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं। क्योंकि प्राथमिक स्टेज पर इसका पता चलने पर मरीज को बचाया जा सकता है। कोट--------

सैंपलिंग बढ़ाने के लगातार प्रयास जारी

मौजूदा समय में बीएसएफ हेडक्वाटर व अन्य विभागों में सैंपलिग करने के अलावा कैंप लगाए जा रहे हैं। जबकि सार्वजनिक जगहों पर पीपी किट्स डालकर सैंपलिंग करना मुश्किल हो रहा है। इसलिए ऐसी जगहों पर चयन किया जा रहा है, जहां आसानी से सैंपलिग की जा सके। इसके अलावा लोगों को भी सैंपलिग के बारे में जागरूक होकर टेस्ट करवाना चाहिए।

- डा. ऐरिक, सैंपलिग नोडल आफिसर

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