वाटर वर्कस में धार्मिक सामग्री प्रवाहित न करने की अपील

नवरात्र के बाद श्रद्धालुओं ने अन्य लोगों का ध्यान न रखते हुए अपने घरों में बीजी खेत्री माता की फोटो हवन सामग्री आदि को नहर में प्रवाहित करने के बजाय वाटर वर्कस को जाने वाले खालों में ही प्रवाहित कर दिया जिससे न सिर्फ खालों में बाधा उत्पन्न हुई बल्कि वाटर वर्कस का पानी भी दूषित हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:37 PM (IST)
वाटर वर्कस में धार्मिक सामग्री प्रवाहित न करने की अपील
वाटर वर्कस में धार्मिक सामग्री प्रवाहित न करने की अपील

संस, अबोहर: नवरात्र के बाद श्रद्धालुओं ने अन्य लोगों का ध्यान न रखते हुए अपने घरों में बीजी खेत्री, माता की फोटो, हवन सामग्री आदि को नहर में प्रवाहित करने के बजाय वाटर वर्कस को जाने वाले खालों में ही प्रवाहित कर दिया, जिससे न सिर्फ खालों में बाधा उत्पन्न हुई बल्कि वाटर वर्कस का पानी भी दूषित हो गया।

नगर निगम के इंस्पेक्टर नीरज सचदेवा ने बताया कि गत दिनों श्रद्धालुओं ने नवरात्र के बाद पूजन सामग्री को हनुमानगढ़ रोड से गुजरते पानी के खाले में डाल दिया, जिससे वाटर वर्कस में जाने वाले पानी के लिए जहां बाधा उत्पन्न हुई। इसके अलावा हिदू धर्म के लोगों की भावनाएं भी आहत होती है क्योंकि खाले में बहकर आ रही माता की तस्वीरों व अन्य सामग्री को खाले की सफाई के दौरान बाहर निकाल दिया जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस सामग्री को खालों में डालने के बजाए नहरों में ही प्रवाहित करें। बजरंग दल हिदुस्तान के राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप सोनी ने कहा कि धार्मिक देवी देवताओं की तस्वीरें और वस्तुएं खालों में फेंकना उनका अपमान करने जैसा है। इसलिए अपने हिदू धर्म एवं संस्कृति को बचाने के लिए लोग जागरूक हों और इन वस्तुओं को खालों में फेंकने के बजाए बड़ी नहरों में ही जल प्रवाहित करें।

अध्यापकों के लिए लगाई वर्कशाप संस, अबोहर : आधारशिला प्ले वे कान्वेंट स्कूल में तीसरी से आठवीं कक्षा के अध्यापकों के लिए लेसन प्लानिग और एक्टिविटीज के रोल और महत्वता के बारे में वर्कशॉप का आयोजन किया गया। अध्यापकों ने वर्कशॉप में करवाई गई एक्टिविटीज जैसे टोस एंड टेल, पिक अप एंड टेल, जैम सेशन, सनो बॉल, शो एंड टेल का भरपूर आनंद उठाया।

इस मौके पर वाइस प्रिसिपल मनी वधवा ने कहा कि स्कूल में करवाई जा रही एक्टिविटीज और अच्छे तरीके से की गई लैसन प्लानिग बच्चों के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। करिकुलम और को-करिकुलर एक्टिविटीज स्कूल जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं और स्कूल में बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को विकसित करने में मदद करती हैं। एक्टिविटीज बच्चों में सोशल स्किल्स, इन्टेलेक्चुवल स्किल्स, मोरल वैल्यूज, व्यक्तित्व प्रगति और पर्सनैलिटी डवलपमेंट में एक अहम भूमिका निभाती है।

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