अपना अबोहर अपनी आभा अभियान का एक साल पूरा
एक साल पहले जब स्वच्छता सर्वेक्षण में अबोहर का नाम गंदे शहरों की सूची में आया था तो मन को काफी ठेस लगी थी
संवाद सहयोगी, अबोहर : एक साल पहले जब स्वच्छता सर्वेक्षण में अबोहर का नाम गंदे शहरों की सूची में आया था तो मन को काफी ठेस लगी थी जिसके बाद शहर पर लगे इस धब्बे को मिटाने का संकल्प लिया था जिसके चलते अपना अबोहर अपनी आभा अभियान की शुरुआत की। यह बात संदीप जाखड़ ने शनिवार को जोहड़ी मंदिर में सफाई अभियान को एक वर्ष पूरा होने पर कही।
उन्होंने इस अभियान में किसी भी तरह का सहयोग करने पर सहयोगियों, वालंटियरों व शहरनिवासियो व महिलाओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान इसी तरह जारी रहेगा। अभियान का एक वर्ष पूरा होने पर केक भी काटा गया। संदीप जाखड़ ने कहा कि नगर निगम ने इसके लिए बड़ा कदम प्लास्टिक के लिफाफों का बैन कर उठाया। उन्होंने कहा कि सिगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करें। यह हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण व सीवरेज सिस्टम के लिए भी नुक्सानदायक है। अगर पशु इसे निगल लेता है तो उसकी मौत भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर आपको बाजार से सामान लेने जाना है तो घर से ही कपड़े का बना थैला लेकर जायें। सफाई अभियान के साथ-साथ पौधारोपण का अभियान भी चलाया हुआ है। सफाई अभियान के दौरान फुटपाथ पर पौधारोपण भी किया गया और ट्री गार्ड लगाए गए।
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पुरानी बोतलों से बनाए गए फ्लॉवर पॉट
53वें सफाई अभियान के दौरान गार्बेज टू ग्रीन मिशन की शुरूआत की गई। इस दौरान सफाई अभियान में पहुंचने वाले वालंटियर अपने साथ खाली बोतलें लेकर पहुंचे। रेणू बाला, नमिता सेतिया, पूजा दूमड़ा, पुष्पा रानी, इनायत, नीतू चोपड़ा व अन्य महिलाओं ने बढ़-चढ़ सहयोग दिया। पूजा चुघ ने दीवारों पर सुंदर चित्रकारी भी की। उन्होंने बताया कि फ्लावर पोट में पौधे लगाकर वितरित किए जाएंगे।