121 दिन बाद सोमवार से स्कूलों में बजेगी घंटी

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते पिछले चार माह यानि 121 दिन से स्कूलों में कक्षाएं सुनी पड़ी थी। भले ही अध्यापक स्कूलों में आ रहे थे लेकिन वह भी स्टाफ रूम में बैठकर आनलाइन कक्षाएं ही लगा रहे थे। लेकिन अब सोमवार से इन बंद कक्षाओं में जहां अध्यापक की पढ़ाई की आवाज गूंजेगी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:24 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:24 AM (IST)
121 दिन बाद सोमवार से स्कूलों में बजेगी घंटी
121 दिन बाद सोमवार से स्कूलों में बजेगी घंटी

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते पिछले चार माह यानि 121 दिन से स्कूलों में कक्षाएं सुनी पड़ी थी। भले ही अध्यापक स्कूलों में आ रहे थे, लेकिन वह भी स्टाफ रूम में बैठकर आनलाइन कक्षाएं ही लगा रहे थे। लेकिन अब सोमवार से इन बंद कक्षाओं में जहां अध्यापक की पढ़ाई की आवाज गूंजेगी, वहीं सुबह स्कूल पहुंचने पर कक्षा में एकत्रित हुए बच्चे एक स्वर में गुडमार्निंग टीचर बोलकर कक्षा के सुनेपन को दूर करेंगे। शहर के विभिन्न स्कूलों में जहां कक्षाओं को सैनिटाइज करवाकर बैंचों की सफाई करवा दी गई है। वहीं स्कूल के एंट्री गेट से लेकर कक्षा में प्रवेश तक सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। साथ ही बच्चों को मास्क पहनकर ही स्कूल में आने की हिदायत भी की जा रही है।

मार्च 2021 में कोरोना महामारी की शुरुआथ के साथ ही स्कूलों को बंद करने का फैसला किया गया, सितंबर में जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले आए, वहीं ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी, जिसके चलते अक्टूबर में स्कूलों को एक बार फिर से शुरू करने का फैसला किया गया। करीब 212 दिन बाद 19 अक्टूबर को स्कूल फिर से शुरू कर दिए गए। लेकिन साल 2021 के फरवरी महीने में कोरोना की दूसरी लहर का कहर आने के बाद 24 मार्च को एक बार फिर से स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर का कहर भी लगभग खत्म होने के चलते अब स्कूलों को फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है। सरकारी द्वारा फिलहाल सोमवार से 10वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है, जिसके तहत स्कूलों ने अपने स्तर पर सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। अभिभावक बोले, स्कूल शिक्षा के लिए बढि़या साधन

फाजिल्का के धोबीघाट मोहल्ला निवासी रजनी कपूर, राधा स्वामी कालोनी निवासी साजन कुमार, जगदीश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले चार महीने से बच्चे घर पर ही बैठे हैं। लेकिन अब स्कूल खुल जाने से बच्चों का ध्यान एक बार फिर से शिक्षा की तरफ होगा। उन्होंने कहा कि भले कोरोना के दौरान आनलाइन पढ़ाई चलती रही, लेकिन पढ़ाई को लेकर अनुशासन स्कूलों में ही दिख सकता है। कोविड को लेकर जारी की हिदायतों का स्कूल के साथ साथ वह भी पालन करेंगे और बच्चों को घर से ही खाना व पानी देकर भेजेंगे।

--- स्कूलों ने अपने स्तर पर की तैयारी

सरकारी स्कूल लड़के के प्रिसिपल प्रदीप खनगवाल और सरकारी कन्या स्कूल के प्रिसिपल संदीप धूड़िया ने कहा कि रविवार की छुट्टी होने के चलते उन्होंने शनिवार को ही स्कूल को पूरी तरह से सैनिटाइज करवा लिया है। स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए बैंचों को इस तरह से रखवाया गया है कि शारीरिक दूरी बनी रहे। इसके अलावा एक बैंच पर एक विद्यार्थी ही बैठेगा। साथ ही एक दिन की कक्षाएं पूरी होने के बाद वहां की सफाई व सैनिटाइज करवाया जाएगा। इसके अलावा स्कूल में करवाई जाने वाली पढ़ाई के अलावा आनलाइन शिक्षा भी लगातार जारी रहेगी। सोमवार को विद्यार्थी अपने साथ अभिभावकों द्वारा हस्ताक्षर किया पत्र साथ जरूर लेकर आएं। इन हिदायतों का ध्यान रखें विद्यार्थी

1. स्कूल में आते समय अच्छी तरह से मास्क पहनकर रखें और उसे घर जाने तक न उतारें।

2. अपना खाना और पानी की बोतल साथ लेकर आएं।

3. स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर में जाकर हाथों को अच्छी तरह से सैनिटाइज करें

4. अपना हैंड सैनिटाइजर साथ लेकर आएं।

5. स्कूल में शारीरिक दूरी के नियम का विशेष तौर पर ध्यान रखें।

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