एडवोकेट सुरिद्र सचदेवा बने फाजिल्का नगर कौंसिल के प्रधान
नगर कौंसिल चुनाव के संपन्न होने के 51 दिनों बाद आखिरकार नगर कौंसिल को अपना प्रधान मिल गया जिसकी प्रधानगी का ताज एडवोकेट सुरिद्र सचदेवा के सिर पर सजा है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : नगर कौंसिल चुनाव के संपन्न होने के 51 दिनों बाद आखिरकार नगर कौंसिल को अपना प्रधान मिल गया, जिसकी प्रधानगी का ताज एडवोकेट सुरिद्र सचदेवा के सिर पर सजा है। इसकी घोषणा पंजाब के उद्योग व वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने फाजिल्का में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचकर की। इसके अलावा बाबू लाल को नगर कौंसिल का सीनियर उपाध्यक्ष व डा. निशु डोगरा को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सात अप्रैल को शपथ ग्रहण समारोह के पता चलते ही प्रधानगी का पद किसे मिलेगा, को लेकर जगह-जगह चर्चाएं शुरू हो गई। जबकि शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया पर सुरिद्र सचदेवा के प्रधान बनाए जाने के दावे होने लगे। इन दावों पर मोहर लगाते हुए कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने एडवोके सुरिद्र सचदेवा को प्रधान नियुक्त किया। इससे पहले फाजिल्का के एसडीएम केशव गोयल ने नए चुने गए पार्षदों को पद की शपथ ग्रहण करवाई। इस मौके फाजिल्का के विधायक दविदर सिंह घुबाया, पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया, जिला कांग्रेस के प्रधान रंजम कामरा, डिप्टी कमिश्नर अरविद पाल सिंह संधू, एस.एस.पी. हरजीत सिंह भी उपस्थित थे। नप कार्यालय में लगे माता के जयकारे
सुरिद्र सचदेवा वकील होने के साथ-साथ भजन गायकार भी हैं। फाजिल्का के चंचल माता मंदिर की भजन मंडली के मुख्य भजन गायक के रूप में उनकी अलग छवि है, जिसके चलते जैसे ही सुरिद्र सचदेवा का नाम प्रधानगी पद के लिए घोषित किया गया तो कांग्रेस पार्टी के नारे के साथ साथ माता रानी के जयकारे गूंजे। कार्यालय से बाहर आने से लेकर उनका स्वागत करने तक वर्करों ने माता के जयकारे बोले और होली के रंगों से खुशी मनाई।
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1825 में से 1296 वोटें की हासिल
नगर कौंसिल चुनाव की बात की जाए तो 25 वार्डों में सबसे ज्यादा वोटों से जीत हासिल करने वाले पार्षद एडवोकेट सुरिद्र सचदेवा ही बने थे। उन्होंने 1825 वोटों में से 1296 वोट हासिल की। अब तक वह तीन पर नप चुनाव लड़ चुके हैं, जिनमें से इस बार ही वह भारी मतों से विजयी हुए हैं। जबकि पिछले काफी समय से वह ब्लाक कांग्रेस के महासचिव पद को संभाल रहे थे।