कैंप में 440 ने लगवाई वैक्सीन

सोशल वेलफेयर सोसायटी फाजिल्का की ओर से शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष कोविड वैक्सीनेशन कैंप मेढ़ राजपूत धर्मशाला में लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:47 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:47 PM (IST)
कैंप में 440 ने लगवाई वैक्सीन
कैंप में 440 ने लगवाई वैक्सीन

संवाद सूत्र, फाजिल्का : सोशल वेलफेयर सोसायटी फाजिल्का की ओर से शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष कोविड वैक्सीनेशन कैंप मेढ़ राजपूत धर्मशाला में लगाया गया।

सोसायटी के सोशल मीडिया इंचार्ज संदीप अनेजा व मेडिकल प्रोजेंक्ट चेयरमैन सुनील सेठी ने बताया कि यह कैंप सोसायटी के संरक्षक गिरधारी लाल अग्रवाल, अध्यक्ष शशिकांत, महासचिव सर्बजीत सिंह ढिल्लो तथा वित्त सचिव नरेश मित्तल, रवी जुनेजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबू लाल अरोड़ा, अमृत लाल करीर, सुशील गुप्ता के नेतृत्व और सिविल अस्पताल फाजिल्का के वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. अमित जसूजा की देखरेख में लगाया गया। कैंप में 440 लोगों ने कोवैक्सीन व कोवाशील्ड की पहली या दूसरी डोज लगाई गई। सोसायटी द्वारा प्रो. ओपी चावला, अवनीश सचदेवा, राकेश गिल्होत्रा, संदीप सचदेवा, महेंद्र त्रिपाठी, जगदीश सिरोवा, अशोक सुधा, बिमला धवन, कंचन कालडा, चरणजीत मैनी, मोना कटारिया, नीलम सचदेवा, सरूची दहूजा, रविंद्र लूना, एमएल दामड़ी, विजय सिगला, नरेश जुनेजा, राजकुमार कटारिया आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया।

नवजीवन अस्पताल में आधुनिक सीटी स्कैन मशीन स्थापित

संवाद सूत्र, फाजिल्का

सड़क हादसे में जख्मी लोगों को अकसर ही फाजिल्का से प्राथमिक इलाज देकर बाहर भेज दिया जाता था, ताकि पता चल सके कि मरीज को कहां-कहां गंभीर चोटें आई हैं और उसका ईलाज हो सके। लेकिन यहीं उनका सिटी स्कैन मौके पर ही न होने के कारण मरीजों को कई किलोमीटर का सफर करके बाहर जाना पड़ता था। ऐसे में अब लोगों की इस समस्या को फाजिल्का के सलेमशाह रोड पर बने नवजीवन अस्पताल ने दूर कर दिया है।

अस्पताल में 2021 की नई तकनीक की सिटी स्कैन मशीन को स्थापित किया गया है। डा. क्षितिज धूड़िया ने बताया कि अस्पताल में जीईई 16 स्लाइड सिटी स्कैन मशीन की स्थापना की गई है। उक्त मशीन अमेरिका से मंगवाई गई है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में फाजिल्का के सरकारी व एक प्राइवेट अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन लगी हुई है। उन्होंने बताया कि काफी सारे मामले ऐसे होते हैं, जिनमें चोट के बारे में पता न होने के कारण उन्हें बाहर रेफर कर दिया जाता है।लेकिन सिटी स्कैन के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि चोट कितनी गहरी है और उसका ईलाज यहां हो सकता है या नहीं। उन्होंने बताया कि लोगों की सेवा के लिए जल्द ही डाक्टरों की संख्या को बढ़ाया जाएगा, ताकि मरीजों को उनका लाभ मिल सके।

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