रोजगार मेले में 2445 युवाओं का चयन

घर-घर के रोजगार प्रोग्राम तहत लगाए जा रहे मेगा रोजगार मेले की कड़ी के तहत वीरवार को अबोहर के सरकारी सीसे स्कूल लड़के में रोजगार मेला लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 10:00 PM (IST)
रोजगार मेले में 2445 युवाओं का चयन
रोजगार मेले में 2445 युवाओं का चयन

संस, अबोहर : घर-घर के रोजगार प्रोग्राम तहत लगाए जा रहे मेगा रोजगार मेले की कड़ी के तहत वीरवार को अबोहर के सरकारी सीसे स्कूल लड़के में रोजगार मेला लगाया गया। जिला रोजगार अफसर कृष्ण लाल ने बताया कि मेगा रोजगार मेलों के साथ साथ छोटे प्लेसमेंट कैंप भी लगाए जा रहे हैं, जहां नौजवानों की अलग अलग कंपनियों में प्लेसमेंट करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मेले में 2445 नौजवानों को अलग अलग कंपनियों में चयन किया गया है।

बेरोजगारों का प्रदर्शन सरकार की नाकामी का सुबूत: नारंग

संस, अबोहर : जिला प्रशासन की ओर से लगाए जा रहे रोजगार मेले केवल सरकार का एक ढकोसला है, क्योंकि सरकार ने पिछले साढे़ चार साल से तो घर घर रोजगार के तहत किसी को नौकरी दी नहीं और अब चुनावी समय करीब आता देख सरकार निजी कंपनियां बुलाकर रोजगार देने का दिखावा कर रही है। यह बात विधायक अरूण नारंग ने सरकारी सीसे स्कूल में लगाए गए लगाए गए रोजगार मेले के दौरान टेट पास बेरोजगार अध्यापकों द्वारा किए गए रोष प्रदर्शन को देखते हुए कही।

विधायक नारंग ने कहा कि पंजाब सरकार के आदेश पर जिले भर में रोजगार मेले लगाकर लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है, क्योंकि इन मेलों में निजी कंपनियों को बुलाकर युवाओं को प्राइवेट नौकरियां दी जा रही है, जिनमें मात्र आठ से 10 हजार में युवाओं को शहर के दूर दराज क्षेत्रों में भेजकर उनका शोषण किया जा रहा है। विधायक नारंग ने कहा कि कैप्टन सरकार ने चुनावों के समय जनता से वादा किया था कि हर घर सरकारी नौकरी या फिर बेरोजगारों को भत्ता दिया जाएगा लेकिन सरकार ने यह वादा आज तक पूरा नहीं किया। इसके अलावा रोजगार कार्यालयों में हजारों फाइलें धूल फांक रही है। विधायक नारंग ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है।

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