रामसरां माइमर में आया 100 फुट का कटाव, 200 एकड़ खेतों व बागों में भरा पानी
रामसरां माइनर में गांव रामसरां-राजांवाली में पुल के निकट कटाव आने से करीब 200 एकड़ खेतों व बागों में पानी भर गया। इससे किसानों को नुकसान होने की आशंका है।
संवाद सहयोगी अबोहर : रामसरां माइनर में गांव रामसरां-राजांवाली में पुल के निकट कटाव आने से करीब 200 एकड़ खेतों व बागों में पानी भर गया। इससे किसानों को नुकसान होने की आशंका है।
गांव झोरड़खेड़ा के सरपंच सुभाष चंद्र ने बताया कि रामसरां माइनर वीरवार देर रात करीब डेढ़ बजे के करीब टूट गई थी लेकिन पानी का बहाव अधिक होने के कारण शुक्रवार शाम तक करीब 100 फुट कटाव आ गया जिससे आसपास की करीब 200 एकड़ खेतों व बागों में पानी भर गया। उन्होंने कहा कि नहरी विभाग के कर्मी तो शुक्रवार को पहुंच गए लेकिन नहर बांधने का काम शाम तक शुरू नहीं हो पाया क्योंकि पानी का बहाव कम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इससे जहां बागों को नुकसान होने की आशंका है वहीं इससे कई किसानों की सूख रही फसलों को पानी नहीं लग पाएगा जिन्हें पानी की काफी जरूरत है क्योंकि अब नहर टूटने से उनकी शनिवार व रविवार को लगने वाली पानी की बारी नहीं लग पाएगी। पूर्व सरपंच बूटा भरत शेरगढ़, राना सिंह, विशाल कुमार व गुरसेवक सिंह ने बताया कि उनके खेत व बाग पानी से जलमग्न हो गए हैं जिससे नुकसान होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि नहर की हालत काफी खस्ता हो चुकी है व इसका निर्माण होना है जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि कई दिनों बाद नहरों में पानी आया था जोकि दूषित था अब पानी साफ हुआ है कि नहर टूट गई। किसानों ने बताया कि इस कारण गांवों में पानी की किल्लत हो गई थी। वन विभाग के वृक्ष गिरने के कारण टूटी नहर : एसडीओ
इस बाबत एसडीओ गुरवीर सिंह ने नहर टूटने का कारण वन विभाग के वृक्षों के गिरने को बताया। उन्होंने कहा जैसे ही नहर टूटने की सूचना मिली थी तभी से पानी का बहाव पीछे कम करवाने को कह दिया गया था जोकि शुक्रवार रात को कम होगा व कटाव भरने का काम शनिवार को सुबह शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि माइनर का निर्माण होना है जो अंडर प्रोसेस है व उम्मीद है कि अक्टूबर महीने में निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।