करवाचौथ का व्रत कल, बाजार में उमड़ी महिलाओं की भीड़
24 अक्टूबर को मनाए जाने वाले करवाचौथ के व्रत को लेकर महिलाओं ने पूरी तैयारी कर ली है।
दीपक सूद, सरहिद
24 अक्टूबर को मनाए जाने वाले करवाचौथ के व्रत को लेकर महिलाओं ने पूरी तैयारी कर ली है। व्रत को लेकर शुक्रवार से ही शहर के मुख्य सभी बाजारों में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। खास तौर पर मेहंदी लगवाने वालों के पास महिलाएं लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहीं थी। इसके अलावा बाजार में मनियारी की दुकानों पर भी दिन भर भीड़ लगी रही। सभी दुकानों पर महिलाएं चूड़ियां, हाथों में मेहंदी आदि के साथ-साथ श्रृंगार का सामान खरीदने में लगी दिखाई दे रहीं थी। दिन भर महिलाएं उपवास के लिए जरूरी सामान में फल, मिठाइयां, मट्ठी, फेनियां आदि की खरीदारी करती दिखाई दी।
महिलाओं के लिए करवा चौथ का विशेष महत्व होने के कारण सभी महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी आयु की कामना को लेकर उपवास रखती हैं। हिदू संस्कृति में करवाचौथ के त्योहार का महिलाओं के लिए विशेष महत्व है। इस दिन महिलाएं उपवास रखकर पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। शाम को मंदिरों में जाकर कथा सुनने के बाद व चंद्रमा को अर्घ्य देकर और पति के हाथ से आहार लेकर अपना व्रत पूरा करती हैं। वहीं, कुंवारी कन्याएं उपवास रखकर सुंदर वर पाने के लिए मां गौरी की पूजा करती हैं। दुकानदारों के खिले चेहरे
पिछले समय के दौरान कोरोना को लेकर दुकानदारों समेत सभी धंधों में मंदी का असर साफ देखा गया था। लेकिन इस बार कोरोना का असर कुछ कम होने के कारण तथा दुकानों में ग्राहक आने पर दुकानदारों के चेहरे खिले दिखाई दिए। दुकानदार संजीव सूद ने कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार सामान की बिक्री ज्यादा हो रही है। महंगाई का दिख रहा असर
करवाचौथ पर महंगाई का असर भी दिख रहा है। बाजारों में पहले मेहंदी लगवाने का प्रति हाथ 150 रुपये खर्च हो रहे थे वह इस बार बढ़कर 200 रुपये प्रति हाथ तक पहुंच गया है। मेहंदी लगाने वाले कारीगर अरुण ने बताया कि मेहंदी की कीमत में भी तेजी आई है। जिस कारण रेट बढ़े हैं।