फतेहगढ़ साहिब की तीन नगर कौंसिलों और एक नगर पंचायत के 80 वार्डो में होगा सियासी दंगल

पंजाब में नगर कौंसिल व नगर पंचायत चुनाव 14 फरवरी को होने जा रहे हैं। चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:08 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:08 AM (IST)
फतेहगढ़ साहिब की तीन नगर कौंसिलों और एक नगर पंचायत के 80 वार्डो में होगा सियासी दंगल
फतेहगढ़ साहिब की तीन नगर कौंसिलों और एक नगर पंचायत के 80 वार्डो में होगा सियासी दंगल

धरमिदर सिह, फतेहगढ़ साहिब

पंजाब में नगर कौंसिल व नगर पंचायत चुनाव 14 फरवरी को होने जा रहे हैं। चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। फतेहगढ़ साहिब जिले में तीन नगर कौंसिलों व एक नगर पंचायत के 80 वार्डों के साथ-साथ अमलोह नगर कौंसिल के एक वार्ड में उप चुनाव होगा। पंजाब की सबसे अमीर नगर कौंसिल मंडी गोबिदगढ़, नगर कौंसिल सरहिद-फतेहगढ़ साहिब, नगर कौंसिल बस्सी पठाना व नगर पंचायत खमाणों के सभी वार्डो में नए पार्षद चुने जाएंगे। प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है। पार्टियों में आपसी खींचतान को लेकर अभी किसी भी पार्टी ने एक भी सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। संभावना जताई जा रही है कि इस सप्ताह में सभी पार्टियां प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार देंगी। नगर कौंसिल मंडी गोबिदगढ़

29 वार्ड

यहां 60 पोंिलंग बूथ हैं। शहर के वोटर 53012 हैं। इनमें 27910 पुरुष, 25101 महिलाएं व एक थर्ड जेंडर है। नगर कौंसिल में गत चुनाव में 25 वार्ड थे। कांग्रेस के चार, शिअद (बादल) के चार, भाजपा के तीन और बाकी की 14 सीटों पर आजाद प्रत्याशी जीते थे। उस समय की सत्ता पक्ष अकाली दल ने कांग्रेस से गठबंधन करके प्रधानगी पर कब्जा किया था। नगर कौंसिल सरहिद-फतेहगढ़ साहिब

23 वार्ड

यहां 46 पोलिंग बूथ हैं। कुल वोटर 44739 हैं। इनमें 23318 पुरुष, 21420 महिलाएं व एक थर्ड जेंडर है। गत चुनावों में इस नगर कौंसिल के 21 वार्ड थे। कांग्रेस के चार, अकाली दल के दस, भाजपा के पांच और दो आजाद प्रत्याशी जीते थे। भाजपा के बलबूते ही अकाली दल ने त्रिलोक सिंह बाजवा को प्रधान बनाया था। लेकिन कुछ महीनों बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और अकाली दल के ही शेर सिंह प्रधान बने थे। 2017 में कांग्रेस की सरकार बनने पर भाजपा के चार, दो आजाद व एक अकाली पार्षद कांग्रेस में चले गए थे। नियमों के अनुसार मौजूदा प्रधान को हटाने के लिए दो तिहाई पार्षदों की जरूरत होती है। कांग्रेस यह कोरम पूरा नहीं कर सकी थी और पूरे पांच वर्ष ही अकाली दल का प्रधान की सीट पर कब्जा रहा था। 22 अगस्त 2019 को स्थानीय निकाय विभाग ने शेर सिंह को सस्पेंड कर दिया था। इसे सियासी कार्रवाई करार देते हुए शेर सिंह हाई कोर्ट से स्टे लाए थे और अपना कार्यकाल पूरा किया था। नगर कौंसिल बस्सी पठाना

15 वार्ड

यहां 16 पोलिंग बूथ हैं। कुल वोटर 15614 हैं। इनमें 8135 पुरुष व 7479 महिलाएं हैं। गत चुनाव में भी 15 वार्ड ही थे। इनमें से 14 आजाद प्रत्याशी जीते थे और अकाली दल का एक पार्षद जीता था। उस समय के अकाली विधायक जस्टिस निर्मल सिंह ने परमिदर सल्ल को बहुमत दिलाते हुए प्रधान बना दिया था। 2017 में कांग्रेस की सरकार बनने पर यहां से विधायक बने गुरप्रीत सिंह जीपी ने रमेश गुप्ता को पार्टी में शामिल कराकर उन्हें नगर कौंसिल प्रधान बना दिया था। नगर पंचायत खमाणों

13 वार्ड

यहां 13 पोलिंग बूथ हैं। कुल वोटर 7609 में से 3940 पुरुष व 3667 महिलाएं हैं। दो थर्ड जेंडर हैं। इस नगर पंचायत के गत चुनावों में दस आजाद, दो अकाली दल और एक भाजपा पार्षद चुना गया था। आजाद प्रत्याशी सरबजीत कौर शिअद (ब) व आजाद प्रत्याशियों के समर्थन से प्रधान बनी थीं, जिन्होंने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। जिले को 246 कंट्रोल यूनिट और 246 बेल्ट यूनिट अलाट

अतिरिक्त जिला चुनाव अधिकारी हरदयाल सिंह चट्ठा ने बताया कि चुनाव ईवीएम से होंगे। राज्य चुनाव आयोग द्वारा जिला फतेहगढ़ साहिब को 246 कंट्रोल यूनिट और 246 बेल्ट यूनिट अलाट किए हैं। नोडल अधिकारी ईवीएमज की तरफ से 246 बेल्ट यूनिट व 81 कंट्रोल यूनिट डिप्टी कमिश्नर संगरूर से प्राप्त करते हुए स्ट्रांग रूम में रखे जा चुके हैं। 165 कंट्रोल यूनिट डिप्टी कमिश्नर साहिबजादा अजीत सिंह नगर से जल्द प्राप्त किए जाएंगे। 2015 में हुए चुनाव में 74 में से 40 आजाद जीते थे

इऩ तीनों नगर कौंसिलों व एक नगर पंचायत के वर्ष 2015 में हुए चुनाव में कुल 74 सीटों पर वोटिग हुई थी। 40 आजाद प्रत्याशी जीते थे। कांग्रेस के आठ, अकाली दल के 17 और भाजपा के नौ प्रत्याशी जीते थे। इन समीकरणों के चलते ही इस बार फिर ज्यादातर प्रत्याशी आजाद तौर पर चुनाव लड़ने के मूड में हैं।

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