एनआइए के नोटिस भेजकर डराना और धमकाना गलत : पंजोली

किसान आंदोलन के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा विभिन्न वर्गों के लोगों को नोटिस भेजकर डराया और धमकाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 11:12 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 11:12 PM (IST)
एनआइए के नोटिस भेजकर डराना  और धमकाना गलत : पंजोली
एनआइए के नोटिस भेजकर डराना और धमकाना गलत : पंजोली

जास, फतेहगढ़ साहिब : किसान आंदोलन के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा विभिन्न वर्गों के लोगों को नोटिस भेजकर डराया और धमकाया जा रहा है। ऐसा केंद्र सरकार द्वारा किसान आंदोलन को असफल करने का प्रयास किया जा रहा है जोकि गलत है। यह बात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली ने कही। पंजोली ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए कृषि कानूनों के खिलाफ अकेले किसान ही नहीं, बल्कि विश्व से हर वर्ग के लोग जुड़े हुए हैं। केंद्र सरकार किसानों की मांगें मानने के बजाय उल्टा उन्हें डरा रही है। इसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा।

केंद्र सरकार किसानों को बदनाम करने को माहौल खराब कर रही : अजय

संवाद सहयोगी, मंडी गोबिदगढ़ : कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन के बीच किसानों को गुमराह करने के लिए बार-बार बैठकों का दौर किया जा रहा है। लेकिन इन बैठकों में किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया जाता। इसी बीच एनआइए के नोटिस भेजे जा रहे हैं। इसका सीधा मतलब है कि केंद्र सरकार किसानों को बदनाम करने के लिए माहौल खराब करना चाहती है। यह बात मंडी गोबिदगढ़ में शिरोमणि अकाली दल के यूथ नेता अजय कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि किसान खेती कानून वापस करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार कानून लागू करने पर अड़ी हुई है। अब 26 जनवरी को देश भर के किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली से एकता का सुबूत देंगे। इस परेड को रोकने के मकसद से किसानों को डराया धमकाया जा रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है।

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