पीसीसीटीयू की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन की यूजीसी के सातवें पे कमिशन को लागू करने की मांग को लेकर की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।
संवाद सहयोगी, सरहिद : पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन की यूजीसी के सातवें पे कमिशन को लागू करने की मांग को लेकर की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। पीसीसीटीयू की हड़ताल को आज कालेज के प्रिसिपल सहित नान टीचिग स्टाफ ने भी अपना समर्थन दिया। यूनियन के फतेहगढ़ साहिब व पटियाला यूनियन के अध्यक्ष डाक्टर ब्रिकमजीत सिंह संधू ने कहा कि पंजाब सरकार ही यूजीसी के 7वें पे स्केल को लागू नही कर रही, जबकि पूरे देश की राज्य सरकारों ने इसे लागू कर दिया है। कहा कि सरकार की नई नीति तहत प्रोफेसर लगने की प्रक्रिया को भी 2023 से सख्त कर दिया गया है। जिसको लेकर योग्यता पीएचडी जरूरी होगी। उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने शिक्षा नीति में बदलाव कर पोस्ट ग्रेजुएशन का समय एक वर्ष बढ़ाया तथा बाद में बीएड का कोर्स भी एक से दो वर्ष कर दिया। अब पीएचडी जरूरी कर दी जो कम से कम पांच वर्ष से पहले पूरी नही हो सकती। इतनी सख्त शर्तों से कोई भी टीचिग क्षेत्र में नही जाना चाहेगा तथा इससे शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
कालेज यूनियन के अध्यक्ष डाक्टर राशिद रशीद ने मांग करते हुए कहा कि यूजीसी के पे स्केल लागू किए जाए, वेतन को यूजीसी पे स्केल से डी-लिक करने का फैसला वापस लिया जाए। उन्होंने कहा जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नही करती उनकी हड़ताल जारी रहेगी तथा शिक्षा सहित दूसरे सभी कार्यों का बायकाट रहेगा।