पंचायत सचिव ने बीडीपीओ पर लगाया दो लाख रिश्वत का आरोप

खमाणों के संघोल में पंचायत सचिव ने ब्लाक विकास अफसर ने लगाया आरोप।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:29 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:29 PM (IST)
पंचायत सचिव ने बीडीपीओ पर लगाया दो लाख रिश्वत का आरोप
पंचायत सचिव ने बीडीपीओ पर लगाया दो लाख रिश्वत का आरोप

धरमिदर सिंह। खमाणों (फतेहगढ़ साहिब) :

खमाणों के संघोल में पंचायत सचिव ने ब्लाक विकास पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) पर दो लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। यह रिश्वत 14वें वित्त आयोग की ग्रांटों तहत हो रहे विकास कार्यों के 40 लाख के वाउचर पास करने बदले मांगने का आरोप है। हुआ यूं कि बीडीपीओ की तरफ से अधिकारिक तौर पर एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक का संदेश वाट्स-अप ग्रुप में भेजा गया था। जिस पर पंचायत सचिव जगतार सिंह ने जवाब में लिखा बीडीपीओ दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसी कारण उनके क्षेत्र के चालीस लाख रुपय के बिल पास नहीं किए जा रहे। इस संदेश के बाद विभाग में अफरा तफरी मच गई। कुछ अधिकारियों ने सचिव को संदेश डिलीट करने को कहा। लेकिन वे नहीं माने। सचिव जगतार सिंह ने संदेश भेजने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि बीडीपीओ ने उनसे सरेआम रिश्वत मांगी है। दो लाख रुपये न देने के चलते चालीस लाख के वाउचर रोके हुए हैं। जिस कारण सरपंच भी परेशान हैं। बीडीपीओ रमेश कुमार ने कहा कि सचिव झूठे आरोप लगा रहा है। संघोल पंचायत का कोई भी कागजात उनके पास नहीं है। छप्पड़ खोदने का चौदह लाख का बिल पेश किया गया था, जिसकी जांच होनी है। 40 लाख की पेमेंट के वेंडर पंचायत को जारी भी किए जा चुके हैं। इसके अलावा 40 लाख और लेने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है।

जो कसूरवार हुआ, तबादला होगा : विधायक

बस्सी पठाना के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने कहा कि मामला उनके ध्यान में आ गया है। जरूरी नहीं कि बीडीपीओ ने रिश्वत मांगी हो। क्योंकि सचिव का रिकार्ड भी सही नहीं है। वे इसकी जांच करवा रहे हैं। जो भी कसूरवार हुआ उसका तबादला कराया जाएगा। सचिव द्वारा वाट्सअप ग्रुप में भेजा गया संदेश

बीडीपीओ साहब जब आपने मेरे अधीन आती पंचायतों के वेंडर्स ही जारी ही नहीं करने तब यूजर सर्टिफिकेट (यूसी) किस प्रक्रिया तहत जारी हो सकते हैं। दूसरा नुक्ता क्या एस्टीमेट पेश करने का है, जब सीवीसी 1 व 2 की प्रपोजल तैयार की गई थी यह एस्टीमेट आप जी के कार्यालय की तरफ से तैयार किए जाने थे और आप द्वारा मेरे संघोल पंचायत के वेंडर जारी करने से स्पष्ट इंकार करते कहा गया था कि एस्टीमेट लेकर आओ। मेरे द्वारा आप के समक्ष एक्सपेंडिचर वाउचर्स पेश किए गए तो आप ने दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग करते हुए वाउचर वापस कर दिए। आज तक चालीस लाख के वाउचर्स की पेमेंट पेंडिंग पड़ी है। मैं मीटिग में किस स्टेटस पर बातचीत करूंगा।

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