मंडी गोबिदगढ़ में 43 वर्षों से अधूरा सपना अक्टूबर में होगा पूरा
लोहा नगरी में वर्ष 1977 में देखा रेलवे ओवरब्रिज का सपना अब 43 वर्षों के बाद पूरा होने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : लोहा नगरी में वर्ष 1977 में देखा रेलवे ओवरब्रिज का सपना अब 43 वर्षों के बाद पूरा होने की उम्मीद है। गुरु की नगरी रेलवे क्रासिग पर पास हुए इस ब्रिज के निर्माण का काम अक्टूबर के पहले सप्ताह शुरू करने का दावा किया गया। नगर कौंसिल मंडी गोबिदगढ़ की हुई मासिक बैठक में बकायदा उन 77 लाभान्वितों को आठ करोड़ 53 लाख, 67 हजार 423 रुपये मुआवजा राशि देने का प्रस्ताव पास किया गया जिनकी जमीन ब्रिज की दोनों तरफ अधिग्रहण की जानी है। यह रकम अक्टूबर महीने में अदा करने का एलान किया गया। ब्रिज के निर्माण पर आठ करोड़ रुपये रेलवे विभाग और 32 करोड़ रुपये पंजाब सरकार की तरफ से खर्च किए जाएंगे। विधायक काका रणदीप सिंह ने कहा कि वे पहले भी एलान कर चुके थे कि आरओबी का निर्माण शुरू न होने पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। अपने वादे को पूरा करते हुए कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं। ब्रिज का निर्माण शुरू भी होगा और पूरा भी। उन्होंने विरोधियों को जवाब देते हुए कहा कि वे अमलोह से ही चुनाव लड़ेंगे। 20 करोड़ की लागत से बदलेगी मंडी गोबिदगढ़ की नुहार
नगर कौंसिल अध्यक्ष हरप्रीत सिंह प्रिस ने बताया कि मासिक बैठक में शहर के विभिन्न विकास कार्यों पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च करने के प्रस्ताव पारित किए गए। नसराली, विकास नगर व आसपास के इलाकों की सीवरेज समस्या हल करने के लिए एक करोड़ 71 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा अमलोह में कूड़े से खाद व गैस तैयार करने वाला बायो डिजास्टर मैनेजमेंट प्लांट भी लगाया जाएगा।