कीहदे सहारे ठड गया वे मैंनू सिंह दे सयान..
पंजाबी लिखारी सभा मंडी गोबिदगढ़ की मासिक बैठक अनूप सिंह खानपुरी की अध्यक्षता में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियां में हुई।
जेएनएन, मंडी गोबिदगढ़ : पंजाबी लिखारी सभा मंडी गोबिदगढ़ की मासिक बैठक अनूप सिंह खानपुरी की अध्यक्षता में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियां में हुई। जिसकी शुरुआत बाबा नामदेव जी के शब्दों से हुई। 25वीं कर्नल नारायण सिंह भट्टल मेमोरियल स्टोरी कंपीटिशन-2021 में देश-विदेश से प्राप्त 27 कहानियों में से तरसेम सिंह भंगू की कहानी 'कुदेसन दी मारी' को पहला स्थान मिला। जिसकी सराहना भी सभी सदस्यों द्वारा की गई।
रचनाओं के दौर में अमर सिंह ने काव्य नाटक 'नानक लोक' पेश किया। शमीम प्यालविन ने गजल 'क्या आप जानते हैं कि जिनके पास देखो, वे चले गए हैं, वे चले गए हैं' सुनाई। कृपाल सिंह नाज ने 'गरम हवा' कविता सुनाई। उपकार सिंह दयालपुरी ने 'बोल तू मित्रा बोल तू सजना, बोल तू मिथरा बोल' गीत सुनाया। हरनेक सिंह बादली ने 'कीहदे सहारे छड गया वे मैंनू सिर दे सयान' गीत गाया। जगदेव सिंह घुंगराली ने 'मेरे पिता ने भी पगड़ी पहनी थी' कविता का सुनाई। जगजीत सिंह गुरम ने 'साडे सबर सिद्दीक दी गल, तेरी सांझ ना आवे' गाना पेश किया। स्नेहइंद्र मीलू ने 'अनेक रंग जिदगी दे' कहानी सुनाई। इसके अलावा दीप कुलदीप, अर्शदीप सिंह, सभा अध्यक्ष अनूप सिंह खानपुरी, सुरजीत सिंह मरजारा ने भी अपनी रचनाएं पेश की। इस अवसर पर नरेंद्र भाटिया, तेजपाल सिंह मरजारा, परमजीत सिंह धीमान, राम भजन आदि उपस्थित थे।