ऐतिहासिक थेह पर झुलाया केसरी निशान साहिब

सिख कौम के महान जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा की गई सरहिद फतेह के संबंध में गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में तीन दिवसीय धार्मिक समारोह चल रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:39 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:39 PM (IST)
ऐतिहासिक थेह पर झुलाया केसरी निशान साहिब
ऐतिहासिक थेह पर झुलाया केसरी निशान साहिब

संवाद सहयोगी, सरहिद : सिख कौम के महान जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा की गई सरहिद फतेह के संबंध में गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में तीन दिवसीय धार्मिक समारोह चल रहे हैं। समारोह के पहले दिन गुरुद्वारा साहिब से पांच निशांची सिंहों, पांच प्यारों और गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों की देखरेख में ऐतिहासिक थेह पर बोले सो निहाल के जयघोष लगाते हुए जहां केसरी निशान साहिब झुलाए, वहीं गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने अरदास की। हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर सिंह कौम के महान जरनैल हैं, जिन्होंने 700 साल से अधिक पुराने मुगल शासन की नींव हिलाई थी। उन्होंने जहां साहिबजादों व माता गुजरी जी शहादत का बदला लिया, वहीं मजदूरों को उनके हक भी दिलाए थे। इसलिए उन्हें याद करना और उनके दिखाए मार्ग पर सबको चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना महामारी के कारण वैसे प्रोग्राम नहीं हो पाए जैसे अकसर होते थे। शुकवार को गुरुद्वारा साहिब में रखे गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जाएंगे। इसके बाद रागी जत्थे संगत को कीर्तन कर निहाल करेंगे। इस दौरान सिख पंथ महान रागी और विद्वान अपने विचार संगत से सांझा करेंगे। इस अवसर पर मैनेजर गुरदीप सिंह कंग, हरजीत सिंह, अवतार सिंह, कार्यकारिणी सदस्य सतविदर सिंह टोहड़ा, बलविदर सिंह भमारसी आदि उपस्थित थे।

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