अनियमित शहरी विकास ने प्रदूषण सहित सामाजिक समस्याएं की पैदा : डॉ. कश्मीर
फतेहगढ़ साहिब माता गुजरी कॉलेज के जियोग्राफी विभाग और अंदरुनी गुणवत्ता सेल ने विश्व के समकालीन शहरों का मौजूदा और भविष्य पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार करवाया।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब :
माता गुजरी कॉलेज के जियोग्राफी विभाग और अंदरुनी गुणवत्ता सेल ने विश्व के समकालीन शहरों का मौजूदा और भविष्य पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार करवाया। डायरेक्टर प्रिसिपल डॉ. कश्मीर सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के दौर में अनियमित शहरी विकास ने पर्यावरण प्रदूषण के साथ सामाजिक समस्याओं को भी जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि तीसरी दुनिया के देशों के शहरी निवासियों के लिए सेहतमंद जीवन स्तर में बड़ी चुनौती है। मानवीय विज्ञान रिसर्च काउंसिल केपटाउन के डायरेक्टर और आनरेरी प्रोफेसर यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लास्को, यूके से प्रो. इवान टुरोक ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम में किसी स्थान की भौगोलिक स्थिति अहम रोल अदा कर रही है। विश्व के शहरों में महामारी के प्रसार का कारण अधिक जनसंख्या और गरीब लोगों के लिए प्राथमिक सुविधाओं की कमी है। प्रो. हावर्ड हास्टर्ड ने ग्लोबल स्तर पर शहरीकरण की प्रक्रिया से जीवन शैली में आ रहे बदलावों बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी स्कीम के अधीन विकसित हो रहे शहर अमीर और मध्य वर्ग के लिए नई संभावनाएं लेकर आए हैं, जबकि आर्थिक पक्ष से कमजोर वर्ग के लिए यह कारगर साबित नहीं हो रहे। पश्चिम यूरोप के शहर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए एकजुट होकर प्रयास कर रहे हैं और प्रदूषण रोकथाम पॉलिसी की मांग के लिए नए पब्लिक आंदोलन उभर रहे हैं। जियोग्राफी विभाग के प्रमुख और अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के कन्वीनर प्रो. अनुप्रीत सिंह टिवाणा ने बताया कि 17 देशों के डेलीगेटों ने पांच घंटे तक चली चर्चा में स्पष्ट किया कि योजनाबद्ध शहरीकरण की प्रक्रिया समय की मांग है।