शहीदी सभा फतेहगढ़ साहिब में लंगर लगाना है तो डीसी के इन आदेशों का पालन करना होगा
कोरोना महामारी के चलते इस बार शहीदी सभा में ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी के तहत मंगलवार को डीसी अमृत कौर गिल ने लंगर लगाने वालों को आदेश देने के साथ-साथ अपील भी की है।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : कोरोना महामारी के चलते इस बार शहीदी सभा में ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी के तहत मंगलवार को डीसी अमृत कौर गिल ने कहा है कि श्री गुरु गोबिद सिंह के छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की महान शहादत को समर्पित वार्षिक शहीदी सभा के दौरान लंगर लगाने के लिए पास उन्हें दिए जाएंगे, जिनके पास 72 घंटे पहले कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव होगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 704 से अधिक लंगर लगाए थे, लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते कम पास जारी किए जाएंगे।
डीसी गिल ने कहा कि लंगर लगाने वाले जहां के वासी हो, वहां की सेहत संस्था से कोरोना संबंधी टेस्ट करवाकर लाएं। गिल ने कहा कि पहले लगाए जाते लंगरों के स्थानों में भी इस बार बदलाव किया जाएगा। लंगर लगाने वालों के पास सैनिटाइजर होना जरूरी है। इसके साथ ही कोरोना वायरस से बचाव संबंधी सेहत विभाग द्वारा बताई सावधानियों का पालन यकीनी बनाया जाए। कमेटियों को अपील करते कहा कि शहीदी सभा के तीन विशेष दिन लंगर लगाने की जगह दिसंबर की संक्रांति से जनवरी की संक्रांति तक पूरा माह लगाए जाए ताकि शहीदी सभा के तीन दिन अधिक भीड़ न हो। लंगर स्थलों में दस फीट की दूरी होनी चाहिए ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके। सिविल सर्जन डा. सुरिदर सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लंगर वितरित करने वालों के मास्क या रुमाल से मुंह और नाक ढके हुए होने चाहिए और आपस में दो गज की दूरी बनाकर रखनी होगी।