पराली जलाने के 16 मामले दर्ज होने पर भड़के किसान, एसडीएम के खिलाफ खोला मोर्चा

फतेहगढ़ साहिब बस्सी पठाना में पराली जलाने के मामलों में 16 किसानों पर एफआइआर दर्ज करने के बाद किसान संगठन भड़क उठे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 05:52 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 06:58 AM (IST)
पराली जलाने के 16 मामले दर्ज होने पर भड़के किसान, एसडीएम के खिलाफ खोला मोर्चा
पराली जलाने के 16 मामले दर्ज होने पर भड़के किसान, एसडीएम के खिलाफ खोला मोर्चा

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : बस्सी पठाना में पराली जलाने के मामलों में 16 किसानों पर एफआइआर दर्ज करने के बाद किसान संगठन भड़क उठे। इन संगठनों ने एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शुक्रवार को किसान संगठनों ने फतेहगढ़ साहिब रेलवे स्टेशन के पास सरेआम पराली जलाकर प्रशासन को चुनौती देते कहा कि 2500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा न मिलने तक वे पराली को आग लगाते रहेंगे। भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के महासचिव सुरिदर सिंह लुहारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेशों में स्पष्ट लिखा है कि किसानों को पराली जलाने से रोकने पर 2500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। आज तक सरकार ने किसानों को यह मुआवजा नहीं दिया। उल्टा पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जोकि अदालत के आदेशों की अवमानना है। उन्होंने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि जब तक एसडीएम किसानों से माफी मांगते हुए मामले रद नहीं करवाते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। वे एसडीएम के खिलाफ अदालत के आदेशों की अवमानना के आरोप में याचिका भी दायर करेंगे।

बस्सी पठाना के एसडीएम जसप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देश अनुसार टीम ने 16 चालान किए हैं। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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